उत्तर प्रदेश की सूचना प्रौद्योगिकी (आईटी) शिक्षा इकाई यूपीटीईसी ने चीन के शिक्षा बाजार में दखल देने की तैयारी कर ली है। यूपीटीईसी इसके लिए चीन की एक बहुराष्ट्रीय कंपनी की सहायता ले रही है। इस परियोजना के लिए दोनों इकाइयां बराबर निवेश करेंगी।
यूपीटीईसी के प्रबंध निदेशक उपेंद्र कुमार ने बताया कि कंपनी की विदेशी शिक्षा बाजार में दखल देने की पहले से कोई योजना नहीं थी पर चीन से आए प्रस्ताव के कारण ऐसा संभव हो पाया है।
उन्होंने बताया, ‘चीन के आईटी क्षेत्र में विकास की अपार संभावनाएं हैं। हमने देश में बेहतर प्रदर्शन के दम पर ही शांडोंग-ए की राजधानी जिनान में अपना पहला प्रशिक्षण केंद्र खोला है।’
यूपीटीईसी उत्तर प्रदेश विद्युत प्राधिकरण निगम का एक संयुक्त उपक्रम है जिसके राज्य भर में 10 से अधिक प्रशिक्षण केंद्र हैं। चीन सरकार ने विदेशी संस्थानों को देश की ओर आकर्षित करने के लिए नीतियों को थोड़ा लचीला बनाया गया है ताकि विदेशी शिक्षा संस्थानों को देश में आने में आसानी हो सके।
कुमार ने बताया, ‘चीन में बुनियादी सुविधाओं के साथ कारोबारी विकास की भी अच्छी संभावनाएं हैं।’ उन्होंने बताया कि यूपीटीईसी पहले चीन में एक सहायक इकाई खोलने का मन बना रही थी, पर बेहतर संभावनाओं को देखते हुए संयुक्त उपक्रम लगाने का फैसला लिया गया।