बदलते समय के साथ चुनाव प्रचार के तरीके भी बदल गए हैं। इसीलिए भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने भी नए जमाने से कदम मिलाते हुए अपने चुनावी प्रचार अभियान के लिए एक हाई-टेक इलेक्शन वॉर रूम बनाया है।
दिलचस्प बात यह है कि पार्टी के इस हाई-टेक कंप्यूटराइज्ड कार्यालय का परिचालन विभिन्न क्षेत्रों के युवा प्रोफेशनल कर रहे हैं, वह भी स्वयंसेवी कार्यकर्ताओं के तौर पर। पार्टी का यह नया ‘वॉर रूम’ भाजपा के सांसद अनंत कुमार के नए तुगलक क्रिसेंट बंगले में बना हुआ है। इस वॉर रूम का कु छ हिस्सा इसी बंगले के बराबर में पार्टी के उपाध्यक्ष वेंकैया नायडू के घर में भी है।
भाजपा के राष्ट्रीय आईटी विभाग को संभालने वाले प्रत्युद बोरा ने बताया, ‘हमें यहां पर जगह की समस्या हो रही थी, इसीलिए हममे से कुछ ने नायडू के घर से काम करना शुरू किया है।’ इस नए कार्यालय के परिचालन की जिम्मेदारी लाल कृष्ण आडवाणी के राजनीतिक सलाहकार सुधीन्द्र कुलकर्णी के जिम्मे है। इस कार्यालय में 12 युवा प्रोफेशनलों की एक टीम काम कर रही है।
इस टीम में बैंकिंग क्षेत्र से, कोई आईआईएम डिग्री धारक और यहां तक कि किसान भी भाजपा के लिए स्वयंसेवी कार्यकर्ता के तौर पर काम कर रहे हैं। सूत्रों ने बताया कि लोकसभा चुनावों के लिए प्रत्याशियों के नाम तय करने से संबंधित बैठकों के अलावा चुनावी तैयारियों की सभी बैठकें इसी नए कार्यालय में होती हैं। चुनाव प्रबंधन से जुड़े पार्टी के लगभग सभी वरिष्ठ नेता लगभग रोज ही इस कार्यालय में दिखाई देते हैं।
इस कार्यालय के परिचालन की जिम्मेदारी विभिन्न क्षेत्रों से आए युवाओं के कंधों पर है। रॉबिन रपाई कोयंबटूर से भाजपा के प्रचार अभियान में भाग लेने यहां आए हुए हैं। लगभग 40 साल के रॉबिन इससे पहले अमेरिका की एक अंतरराष्ट्रीय कंपनी में सॉफ्टवेयर सलाहकार के तौर पर काम कर चुके हैं। लेकिन फिर वह कोयंबटूर आ गए और लगभग 10 एकड़ भूमि पर जैविक खेती शुरू की।
रॉबिन ने बताया, ‘राष्ट्रीय दृष्टिकोण, अच्छा नेतृत्व होने के कारण ही शुरू से मेरा झुकाव भाजपा की तरफ रहा है।’ रपाई ने हाल ही में जारी किए गए भाजपा के आईटी विजन पर काम किया था। उन्होंने बताया, ‘विविधताओं से भरे हमारे देश में कुछ भागों को विकसित करने की नीति नहीं चलेगी। यहीं पर भाजपा कुछ अलग कर सकती है।’
भाजपा के चुनावी प्रचार अभियान से जुड़ने से पहले मलिका नूरानी मुंबई में एक अंतरराष्ट्रीय बैंक में कार्यकारी के पद पर काम कर रही थी। मलिका ने बताया, ‘मैं कुछ ऐसा करना चाहती थी जो रोज के नियमित कामकाज से कुछ अलग हो और मैं शुरू से ही भाजपा की प्रशंसक रही हूं।’