सरकार द्वारा नियुक्त विशेष समिति अब उस ताजा घटना की भी जांच करेगी, जो प्योर ईवी इलेक्ट्रिक स्कूटर मॉडल से संबंधित है। एक वरिष्ठ सरकारी अधिकारी ने बिजनेस स्टैंडर्ड को यह जानकारी दी है। यह टीम पहले से ही ओला इलेक्ट्रिक के एस1 प्रो और ओकिनावा वाहनों में लगी आग की जांच कर रही है।
सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय के सचिव गिरिधर अरमाने ने कहा कि भारतीय विज्ञान संस्थान (आईआईएससी) और अग्नि, पर्यावरण और विस्फोटक सुरक्षा केंद्र (सीएफईईएस) के विशेषज्ञों वाली एक टीम मामलों की जांच कर रही है। ज्यों ही रिपोर्ट प्रदान की जाएगी, हम उचित कार्रवाई करेंगे।
चेन्नई में प्योर ईवी इलेक्ट्रिक स्कूटर मॉडल का आग की लपटों में घिरा वीडियो मंगलवार रात को सोशल मीडिया पर वायरल हो गया था। एक सप्ताह के भीतर ई-स्कूटरों से संबंधित यह चौथी ऐसी घटना थी, जिसने बैटरी से चलने वाले दोपहिया वाहनों की सुरक्षा पर संदेह पैदा कर दिया है।
यह हैदराबाद स्थित प्योर ईवी के लिए अकेली ऐसी घटना नहीं है। पिछले साल सितंबर 2021 में इसके दो ईप्लूटो 7जी मॉडलों में आग लग गई थी। इस ताजा हादसे के संबंध में कंपनी के एक बयान से इस बात का संकेत मिलता है कि यह आग थर्मल रनवे वाली स्थिति की वजह से लगी थी, जिसमें किसी बैटरी के सेल गंभीर तापमान तक पहुंच जाते हैं, जिससे उनमें अनायास ही आग लग जाती है।
उत्तरी चेन्नई में मंजपक्कम क्षेत्र के माथुर टोल प्लाजा की आग के संबंध में कंपनी ने कहा है कि हम घटना की जांच कर रहे हैं और पूरी समीक्षा करेंगे। तेजी से आग/विस्फोट वाले हालात से बचने के लिए हम कड़े आंतरिक परीक्षण के साथ-साथ अपने बैटरी पैक में कार्यान्वित किए जा रहे स्पेशल फेज चेंज सामग्री के माध्यम से उच्चतम सुरक्षा मानकों का पालन करते हैं।
शनिवार को वेल्लोर में ओकिनावा ईवी की आग से एक व्यक्ति और उसकी 13 वर्षीय बेटी की मौत हो गई थी। पुणे में ओला के वाहन में आग लगने से कोई हताहत नहीं हुआ।