भारत का क्रिकेट गवर्निंग बोर्ड BCCI इस बार क्रिकेट के मैदान में दो ग्लोबल दिग्गज कंपनी Amazon.com Inc. और Google की पैरेंट कंपनी Alphabet Inc. को उतारने की कोशिश कर रहा है। बोर्ड यह चाह रहा है कि इस बार मीडिया अधिकारों की नीलामी में ये दो कंपनियां हिस्सा लें, जिसके लिए वह इन्हें लुभाने का भी भरसक प्रयास कर रहा है।
ब्लूमबर्ग की रिपोर्ट के मुताबिक, पहले से जिन कंपनियों के पास मीडिया अधिकार (media rights) हैं वे अब अपनी दिलचस्पी कम दिखा रही हैं। इन कंपनियां ने हाल ही में इंडियन प्रीमियर लीग (Indian Premier League) के लिए नीलामी के दौरान काफी कड़ी प्रतिस्पर्धा की थी और बोली जीती थी।
भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI ) की तरफ से अगले पांच सालों के लिए भारतीय टीम द्वारा अन्य देशों के खिलाफ खेली जाने वाली तथाकथित द्विपक्षीय सीरीज (bilateral series) के लिए मीडिया अधिकारों की नीलामी प्रक्रिया की प्रस्तावित तारीख को कम से कम दो सप्ताह के लिए स्थगित कर दिया गया है। मामले से परिचित लोगों ने ब्लूमबर्ग को बताया कि BCCI प्रॉपर्टी का रेट बढ़ाना चाहता है कि और ज्यादा कंपनियां बोली लगाएं और इसके लिए वह उन तक पहुंच बढ़ा रहा है।
IPL में जमकर आता है विज्ञापन
नीलामी से पहले मीडिया फर्मों की ठंडी प्रतिक्रिया विज्ञापन से कम कमाई की ओर इशारा करता है। जिन मैचों में सबसे ज्यादा कमाई विज्ञापन के जरिये होती है वह है IPL। छोटे फॉर्मेट वाले IPL को देखने वालों की संख्या सबसे ज्यादा रही है। यानी IPL कंपनियों के लिए टॉप प्रॉपर्टी है। ब्लूमबर्ग की रिपोर्ट के हवाले से सूत्रों ने बताया कि बिक्री प्रक्रिया BCCI के सलाहकार अर्न्स्ट एंड यंग (Ernst & Young -EY) द्वारा सुझाई गई समयसीमा से दो सप्ताह पीछे चल रही है, जिसके तहत नीलामी अगस्त के अंत तक पूरी हो जानी थी।
EY को उम्मीद है कि 102 मैचों के अधिकारों की बिक्री से कम से कम 750 मिलियन डॉलर यानी करीब 62 अरब रुपये जुटाए जाएंगे, यह लगभग उसी कीमत पर है जो पांच साल पहले बेची गई थी। ब्लूमबर्ग को यह जानकारी लोगों ने नाम न छापने की शर्त पर दी क्योंकि जानकारी सार्वजनिक नहीं है। इसके विपरीत, IPL के अधिकार, जो पिछले साल नीलाम किए गए थे, पिछली पेशकश (offering) से लगभग तीन गुना बढ़ गए थे।
IPL तोड़ रहा रिकॉर्ड, जानें क्यों?
IPL दुनिया की सबसे लोकप्रिय खेल प्रतियोगिताओं में से एक बना हुआ है और अभी भी क्रिकेट प्रतियोगिताओं में सबसे अधिक ध्यान आकर्षित कर रहा है। पिछले साल, BCCI ने एक नीलामी के माध्यम से IPL के लिए मीडिया अधिकार बेचकर रिकॉर्ड रकम जुटाई थी, क्योंकि अरबपति मुकेश अंबानी की कंपनी वायाकॉम 18 मीडिया लिमिटेड (Viacom 18 Media Ltd.) और वॉल्ट डिज़नी कंपनी (Walt Disney Co. ) ने सोनी ग्रुप कॉर्प (Group Corp) सहित कई प्रतिद्वंद्वियों को पछाड़ दिया था।
JioCinema को फायदा तो Walt Disney को क्यों हो रहा नुकसान?
हालांकि, अंबानी की JioCinema ने IPL के 2023 एडीशन की फ्री में ब्रॉडकॉस्टिंग की और विज्ञापन में कम कमाई की वजह से डिज्नी को मुनाफा कमाने के लिए संघर्ष करना पड़ा।
लोगों ने कहा कि वायाकॉम 18 द्विपक्षीय सीरीज (bilateral series) के डिजिटल मीडिया अधिकारों के लिए आक्रामक रूप से बोली लगाएगा, जबकि ग्लोबल लेवल पर खर्च में कटौती के दौर से गुजर रहा डिज्नी (Disney) सतर्क रुख अपना सकता है।
ब्लूमबर्ग की तरफ से इस मामले पर BCCI, Disney और EY के प्रतिनिधियों (representatives) ने टिप्पणी करने का अनुरोध किया गया था लेकिन इन्होंने जवाब देने से इनकार कर दिया। वहीं, Viacom 18, Amazon और Alphabet की तरफ से ब्लूमबर्ग द्वारा टिप्पणी मांगने वाले ईमेल का जवाब नहीं दिया।
Star India को हुआ घाटा
लोगों ने कहा कि 2019 से डिज्नी की इकाई स्टार इंडिया (Star India) ने 2018 से पांच सालों में द्विपक्षीय सीरीज के अधिकार 61 अरब रुपये (741 मिलियन डॉलर) में खरीदे थे और संपत्ति से लगभग 10 अरब रुपये का घाटा उठाया है। उन्होंने कहा कि इस बार मीडिया अधिकारों को डिजिटल और टीवी में बांटने और ई-नीलामी आयोजित करने पर निर्णय लिया जाना बाकी है।