चिप किल्लत दूर होने और उत्पादन सामान्य होने के साथ ही दमदार मांग के कारण दोपहिया कंपनियों के शेयरों में तेजी के आसार दिख रहे हैं। विश्लेषकों का मानना है कि कृषि उपज की कीमतों में सुधार होने के साथ ही ग्रामीण बिक्री बढ़ने से भी दोपहिया वाहनों की मांग बढ़ रही है।
विश्लेषकों का मानना है कि चालू वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही यानी जुलाई से सितंबर की अवधि में दोपहिया वाहनों की मात्रात्मक बिक्री दमदार रहेगी। इसे मुख्य तौर पर अटकी हुई मांग और मोबिलिटी में सुधार होने से बल मिलेगा।
रेलिगेयर ब्रोकिंग के उपाध्यक्ष (अनुसंधान) अजीत मिश्रा ने कहा, ‘बाजार के खुलने, मांग मं तेजी और मोबिलिटी में सुधार होने जैसे तमाम कारकों से दोपहिया वाहनों की मांग को रफ्तार मिलेगी। हम उम्मीद करते हैं कि आगामी तिमाहियों के दौरान इस श्रेणी का प्रदर्शन कार श्रेणी के अनुरूप रहेगा।’
जियोजित फाइनैंशियल सर्विसेज के मुख्य निवेश रणनीतिकार गौरांग शाह ने का भी मानना है कि ग्रामीण एवं कस्बाई क्षेत्रों की मांग में सुधार होने से वाहनों की मात्रात्मक बिक्री को रफ्तार मिलेगी जिससे मासिक आधार पर दमदार बिक्री दर्ज की जाएगी। उन्होंने कहा, ‘टीवीएस मोटर, हीरो मोटोकॉर्प और आयशर मोटर्स के लिए हमारा नजरिया तेजड़िये का है। साथ ही दोपहिया और कार दोनों श्रेणियों को हम बराबर भारांश देते हैं।’ जून में दोपहिया वाहनों की खुदरा बिक्री सालाना आधार पर 20.6 फीसदी की दमदार वृद्धि के साथ 9.3 लाख से बढ़कर 11.1 लाख वाहन हो गई। हालांकि मासिक आधार पर उसमें 8.5 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई।
जून में हीरो मोटोकॉर्प 4.6 लाख वाहनों की बिक्री के साथ सबसे आगे रही और उसके बाद 2.8 लाख वाहनों के साथ होंडा दूसरे पायदान पर और 1.6 लाख वाहनों के साथ टीवीएस मोटर तीसरे पायदान पर रही।
आईआईएफएल सिक्योरिटीज के विश्लेषकों ने उम्मीद जताई है कि धातु कीमतों में भारी गिरावट के कारण दोपहिया कंपनियों की प्रति शेयर आय (ईपीएस) में सुधार होगा। उनका मानना है कि वित्त वर्ष 2023 की पहली तिमाही में जिंस लागत संबंधी दबाव वित्त वर्ष 2022 की चौथी तिमाही के मुकाबले कम होगा।
विश्लेषकों ने एक नोट में लिखा, ‘हम उम्मीद करते हैं कि बजाज ऑटो और जगुआर लैंड रोवर (जेएलआर) को छोड़कर अन्य मूल उपकरण विनिर्माताओं (ओईएम) की मात्रात्मक बिक्री अच्छी रहेगी। महिंद्रा ऐंड महिंद्रा और हीरो मोटोकॉर्प के मार्जिन में उल्लेखनीय वृद्धि होगी जिसे हालिया मूल्य वृद्धि, परिचालन कुशलता और मुद्रा बाजार के लाभ से बल मिलेगा।’
कुल मिलाकर कमजोर बाजार परिदृश्य के बावजूद दोपहिया कंपनियों के शेयरों में तेजी का रुझान बरकरार है। इसलिए चालू कैलेंडर वर्ष के दौरान हीरो मोटोकॉर्प, टीवीएस मोटर, आयशर मोटर्स और बजाज ऑटो के शेयरों में 9 से 36 फीसदी के दायरे में बढ़त की उम्मीद है। निफ्टी ऑटो और एसऐंडपी बीएसई ऑटो सूचकांकों का प्रदर्शन भी निफ्टी 50 और एसऐंडपी बीएसई सेंसेक्स के मुकाबले बेहतर रहने के आसार हैं। इन दोनों में इस साल अब तक क्रमश: 9 फीसदी और 10 फीसदी की वृद्धि दर्ज की गई है। जबकि बेंचमार्क सूचकांकों में इस दौरान 9 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई।
कार्बन उत्सर्जन को कम करने के लिए दुनिया भर में वाहनों के विद्युतीकरण पर जोर दिया जा रहा है। वित वर्ष 2023 की पहली तिमाही के दौरान ओला इलेक्ट्रिक, एम्पियर और ओकिनावा की बाजार हिस्सेदारी क्रमश: 23 फीसदी, 14 फीसदी और 22 फीसदी रही। इसके मुकाबले बजाज ऑटो और टीवीएस मोटर की बाजार हिस्सेदारी क्रमश: 3.5 फीसदी और 4 फीसदी रही।