भारतीय क्रिकेट के दिग्गज कपिल देव (Kapil Dev) ने अहंकारी होने और सीनियर खिलाडियों से सलाह न लेने के लिए युवा भारतीय क्रिकेटरों की कड़ी आलोचना की है।
पूर्व भारतीय कप्तान ने यह कहते हुए अपनी बात कहने में जरा भी संकोच नहीं किया कि मौजूदा खिलाड़ी इस भ्रम में जी रहे हैं कि वे सब कुछ जानते हैं।
पूर्व कप्तान ने अंग्रेजी मैगज़ीन में कहा, “इन खिलाड़ियों (युवा भारतीय क्रिकेटरों) के बारे में अच्छी बात यह है कि वे बहुत आश्वस्त हैं। नकारात्मक बात यह है कि वे सोचते हैं कि वे सब कुछ जानते हैं। मुझे नहीं पता कि इसे इससे बेहतर तरीके से कैसे कहा जाए।”
इससे पहले सुनील गावस्कर ने भी खिलाडियों को लेकर रखा था अपना रुख
इससे पहले भारत के पूर्व सलामी बल्लेबाज सुनील गावस्कर ने कहा था कि वीवीएस लक्ष्मण, सचिन तेंदुलकर और राहुल द्रविड़ जैसे खिलाड़ी अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में खराब फॉर्म में दिखने पर मदद मांगने के लिए उनके पास आते थे। लेकिन अब कोई खिलाड़ी नहीं आता।
कपिल ने कहा कि युवा खिलाड़ियों में अहंकार इसलिए है क्योंकि वे कम उम्र में बहुत ज्यादा पैसा कमा रहे हैं।
अहंकार क्यों है: कपिल
पूर्व ऑलराउंडर ने कहा, “कभी-कभी बहुत ज्यादा पैसा आने के साथ अहंकार आ जाता है। इन क्रिकेटरों को लगता है कि वे सब कुछ जानते हैं। मैं कहूंगा कि बहुत सारे क्रिकेटरों को मदद की जरूरत है। जब सुनील गावस्कर हैं तो आप बात क्यों नहीं कर सकते? अहंकार क्यों है?
अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में 9020 रन और 687 विकेट लेने वाले बेहतरीन ऑलराउंडरों में से एक ने द वीक को बताया, “हो सकता है कि वे काफी अच्छे हों, लेकिन किसी ऐसे व्यक्ति से अतिरिक्त मदद जिसने क्रिकेट के 50 सीज़न देखे हों, वह ऐसी चीजें जानता है जो आपकी सोच बदल सकती हैं।”
कोहली-गंभीर ड्रामा को कपिल देव ने बताया दुखदायी
हाल ही में आईपीएल में विराट कोहली-गौतम गंभीर ड्रामा पर 1983 वर्ल्ड कप के हीरो रहे कपिल ने कहा कि यह भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड पर है कि वे क्रिकेटरों को कैसे तैयार करना चाहते हैं।
उन्होंने कहा, ‘उन्हें (बीसीसीआई को) खिलाड़ियों को अच्छा नागरिक बनने के लिए भी तैयार करना होगा। आईपीएल में गौतम गंभीर और विराट कोहली के बीच जो हुआ वह मेरे लिए दुखदायी था।”