ओडिशा के राउरकेला शहर में बिरसा मुंडा अंतरराष्ट्रीय हॉकी स्टेडियम (Birsa Munda International Hockey Stadium) में दिव्यांग व्यक्तियों के लिये विशेष सुविधायें और बैठने के लिये विशेष सीटें हैं ताकि वे बिना किसी परेशानी के मैच का आनंद ले सकें।
अंतरराष्ट्रीय हॉकी महासंघ (एफआईएच) इसे बैठने की क्षमता के मामले में दुनिया के सबसे बड़े हॉकी स्टेडियम के रूप में प्रमाणित कर चुका है जिसे महान आदिवासी स्वतंत्रता सेनानी बिरसा मुंडा के नाम पर रखा है।
ओडिशा के खेल सचिव आर विनीत कृष्णा ने कहा कि दिव्यांग हॉकी प्रशंसकों के लिये इंतजामात को और अनुकूल बनाने के लिये इस पर ‘रैंप’ बनाया गया है जो ‘लिफ्ट’ तक जाता है जिससे वे पहले तल के स्टैंड तक पहुंच सकते हैं। कृष्णा ने कहा, ‘दिव्यांग व्यक्ति किसी भी गेट से स्टेडियम में प्रवेश कर सकते हैं। हमने हर ओर से उनके लिये सुविधा प्रदान की है। स्टेडियम में उनके लिये लगभग 100 सीटें आवंटित की गयी हैं।’