सॉफ्टबैंक के निवेश वाली कंपनी ओला इलेक्ट्रिक ने मार्च में अपने इलेक्ट्रिक स्कूटरों की डिलिवरी में उल्लेखनीय वृद्धि दर्ज की है।
वाहन डीलरों के संगठन फेडरेशन ऑफ ऑटोमोबाइल डीलर्स एसोसिएशन (फाडा) की ओर से जारी वाहनों की खुदरा बिक्री संबंधी आंकड़ों के अनुसार, मार्च में ओला के इलेक्ट्रिक स्कूटरों का पंजीकरण बढ़कर 9,121 वाहन हो गया जबकि फरवरी में यह आंकड़ा महज 3,904 वाहनों का रहा था।
दोगुनी से अधिक डिलिवरी के साथ कंपनी मार्च में इलेक्ट्रिक दोपहिया वाहनों की बिक्री करने वाली दूसरी सबसे बड़ी कंपनी बन गई। जबकि महीने के दौरान हीरो इलेक्ट्रिक इस श्रेणी अग्रणी कंपनी रही। ओला इलेक्ट्रिक ने शुरुआती दो महीनों के दौरान चुनौतियों से जूझने के बाद डिलिवरी में उल्लेखनीय वृद्धि दर्ज की है। उस दौरान ऐसा लगता था कि कंपनी की डिलिवरी उसके घोषित उत्पादन से कम हो गई है। ओला इलेक्ट्रिक ने जनवरी में महज 1,102 वाहनों की बिक्री की जबकि कंपनी ने दावा किया था कि उसका उत्पादन बढ़कर प्रति दिन 1,000 वाहन हो गया है। ओला के सह-संस्थापक भवीश अग्रवाल ने कहा था कि मार्च में ओला स्कूटर की डिलिवरी 15,000 वाहनों तक पहुंचने की उम्मीद है जिससे कंपनी बिक्री के मोर्चे पर भारत की शीर्ष इलेक्ट्रिक दोपहिया कंपनी बन जाएगी। कंपनी ने कहा है कि डिलिवरी बढऩे से पूरे वित्त वर्ष 2022 के लिए उसकी बाजार हिस्सेदारी बढ़कर 6.21 फीसदी हो गई है।
कंपनी ने देश में सबसे बड़े इलेक्ट्रिक वाहन विनिर्माण संयंत्र स्थापित करने पर 2,400 करोड़ रुपये का निवेश किया है। ओला इलेक्ट्रिक ने उत्पादन मात्रा एवं बिक्री के मोर्चे पर बड़े लक्ष्य निर्धारित किए हैं। कंपनी को ग्राहकों से जबरदस्त प्रतिक्रिया मिली है। कंपनी ने महज दो दिनों के भीतर करीब 1,100 वाहनों के लिए बुकिंग होने का दावा किया था। ऐसा पिछले साल सितंबर में हुआ था जब कंपनी ने अपने इलेक्ट्रिक स्कूटर के लिए पहली बार बुकिंग खोली थी।
जनवरी के पहले सप्ताह में इलेक्ट्रिक स्कूटरों के उत्पादन को 1,000 वाहन प्रति दिन तक बढ़ाने के बाद कंपनी ने महीने के दौरान मामूली बिक्री ही कर पाई थी। बेंगलूरु की कंपनी ने जनवरी में महज 1,102 इलेक्ट्रिक स्कूटरों की ही बिक्री की थी। ये आंकड़े सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय के सहयोग से देश के करीब 87 फीसदी क्षेत्रीय परिवहन कार्यालयों (आरटीओ) से जुटाए गए हैं। विश्लेषकों का कहना है कि चूंकि देश में यह उद्योग फिलहाल शैशव अवस्था में है, इसलिए कंपनियों के क्रमांक में तेजी से बदलाव हो सकता है। एलारा कैपिटल के विश्लेषकोंं ने कहा, ‘इन कंपनियों के दमदार अथवा कमजोर प्रदर्शन में तेजी से बदलाव हो सकता है जो इस बात पर निर्भर करता है कि कंपनी ने किस महीने में कितनी क्षमता बढ़ाई। हीरो इलेक्ट्रिक, पुर एनर्जी, ओकिनावा, एम्पीयर आदि दमदार प्रदर्शन करने वाली अधिकतर कंपनियों ने इस महीने दमदार प्रदर्शन किया जबकि पिछले महीने उनका प्रदर्शन कमजोर रहा था।’