चेन्नई के नजदीक अपनी निर्माण इकाई बंद किए जाने 6 महीने बाद फोर्ड ने कहा है कि वह इस इकाई को पुन: चालू करने के लिए तमिलनाडु सरकार के साथ बातचीत कर रही है। कंपनी अपनी इलेक्ट्रिक वाहन (ईवी) रूपरेखा के तहत इस संयंत्र को फिर से चालू करना चाहती है। ये चर्चाएं सरकार द्वारा फरवरी में 25,938 करोड़ रुपये की उत्पादन-आधारित रियायत (पीएलआई) योजना के तहत सरकार द्वारा ईवी निर्माण एवं निर्यात के लिए फोर्ड के प्रस्ताव को मंजूरी दिए जाने के बाद से ही शुरू हो गई थीं।
तमिलनाडु को उम्मीद है कि 9 सितंबर को गुजरात के साणंद में और तमिलनाडु के मरैमलाई नगर में अपनी दो निर्माण इकाइयां बंद कर चुकी फोर्ड ईवी के लिए अपने चेन्नई संयंत्र को विभिन्न उद्देश्य के लिए फिर से चालू कर सकती है। एक अधिकारी ने बिजनेस स्टैंडर्ड को बताया कि संबद्घ संयंत्र को लेकर टाटा मोटर्स और तमिलनाडु के बीच चर्चाएं सफल नहीं रही थीं। तमिलनाडु ईवी पर बड़ा दांव लगा रहा था और राज्य सरकार टेस्ला जैसी कंपनियों के साथ भी बातचीत बढ़ा रही थी। फोर्ड इंडिया के साथ बातचीत के मौजूदा चरण के बारे में पूछे जाने पर कंपनी के एक अधिकारी ने इसे ‘अटकलबाजी और काल्पनिक’ करार दिया।