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वाहन बिक्री को दमदार रफ्तार मिलने के आसार

Last Updated- December 11, 2022 | 6:10 PM IST

पिछले तीन साल से मंदी की मार सहने के बाद भारतीय वाहन बाजार अब विभिन्न श्रेणियों- वाणिज्यिक वाहन (सीवी) व ट्रैक्टर से लेकर यात्री वाहन एवं दोपहिया तक- में एक से दो अंकों की वृद्धि दर्ज करने के लिए तैयार है। मांग में सुधार होने और आपूर्ति पक्ष की समस्याएं दूर होने से बिक्री की रफ्तार बढ़ने की उम्मीद है।
हालांकि वाणिज्यिक वाहन श्रेणी में रीप्लेसमेंट के लिए मजबूत मांग से बिक्री बढ़ सकती है जबकि दोपहिया वाहन और ट्रैक्टर श्रेणियों को ग्रामीण अर्थव्यवस्था में सुधार होने से बल मिलने के आसार हैं।
मॉर्गन स्टैनली के विश्लेषक (इंडिया ऑटो ऐंड शेयर्ड मोबिलिटी) विनय सिंह ने कहा कि जबरदस्त मांग के बावजूद सेमीकंडक्टर की किल्लत के कारण यात्री वाहनों की बिक्री को झटका लगा है। लेकिन अब आपूर्ति संबंधी समस्याएं धीरे-धीरे खत्म होने के साथ ही यात्री वाहनों की मात्रात्मक बिक्री वित्त वर्ष 2018-19 के शीर्ष स्तर तक लौटने की उम्मीद है। उन्होंने कहा कि वाहन विनिर्माता अब विभिन्न वेंडरों से चिप की सोर्सिंग करने लगे हैं। वाणिज्यिक वाहन और दोपहिया वाहन श्रेणियों में भी यही स्थिति दिखेगी।
मारुति सुजूकी के कार्यकारी निदेशक शशांक श्रीवास्तव में ने कहा कि हालिया रुझान को बरकरार रखते हुए एसयूवी को भी रफ्तार मिलेगी। पिछले कुछ वर्षों के दौरान यात्री वाहन श्रेणी में एसयूवी और एमपीवी की हिस्सेदारी बढ़ी है। जबकि प्रवेश स्तर की हैचबैक और सिडैन की हिस्सेदारी कम हुई है। वास्तव में एसयूवी पिछले साल सबसे बड़ी श्रेणी के तौर पर उभरी थी।
श्रीवास्तव ने बिजनेस स्टैंडर्ड से कहा, ‘यह प्रवृत्ति इस साल भी बरकरार रहने के आसार हैं और यदि आपूर्ति पक्ष की कोई समस्या नहीं हुई तो समग्र यात्री वाहन बाजार की रफ्तार वित्त वर्ष 2019 के स्तर को पार कर सकती है। हालांकि श्रेणीवार एसयूवी और एमपीवी की बेहतर हिस्सेदारी के साथ बाजार ढांचे में बदलाव होगा।’ कुल यात्री वाहन बाजार में एसयूवी और एमपीवी की हिस्सेदारी वित्त वर्ष 2023 में बढ़कर 16 लाख वाहन हो सकती है जबकि वित्त वर्ष 2019 में यह आंकड़ा 9,76,000 वाहनों का था। इसी प्रकार समान अवधि में यात्री कार की हिस्सेदारी 2,17,000 वाहन से घटकर 1,41,000 वाहन रह सकती है।
सिंह ने कहा, ‘वित्त वर्ष 2023 में यात्री वाहन हो अथवा दोपहिया या वाणिज्यिक वाहन यानी सभी वाहन श्रेणियों को मुख्य तौर पर रीप्लेसमेंट मांग से रफ्तार मिलेगी।’ उदाहरण के लिए, पिछली कई तिमाहियों से दमदार मांग के साथ यात्री वाहन श्रेणी वित्त वर्ष 2019 के शीर्ष स्तर यानी 33 लाख वाहनों की बिक्री के पार जा सकती है। उन्होंने कहा कि सेमीकंडक्टर की उपलब्ध में सुधार होने से यात्री वाहनों को रफ्तार मिलेगी और वह करीब 37 लाख वाहनों की बिक्री दर्ज करेगी।
सिंह ने कहा कि कुछ प्रमुख वैश्विक मूल उपकरण विनिर्माताओं (ओईएम) के यहां सेमीकंडक्टर की इन्वेंट्री में सुधार हुआ है और वह अब एक या दो महीने के स्तर तक पहुंच चुकी है। इससे वित्त वर्ष 2023 की दूसरी छमाही के दौरान
सेमीकंडक्टर की आपूर्ति को रफ्तार मिलेगी।
यात्री कार बाजार की अग्रणी कंपनी मारुति सुजूकी के प्रबंधन ने वित्तीय
नतीजे के बाद विश्लेषकों से बातचीत में कहा कि वित्त वर्ष 2023 में यात्री वाहन बाजार की बिक्री 34 से 35 लाख वाहन रहने की उम्मीद है। कंपनी चिप उपलब्धता के मोर्चे पर चुनौती के बावजूद यह उम्मीद कर रही है।
अन्य विश्लेषकों ने भी यात्री वाहन श्रेणी में बेहतर प्रदर्शन की उम्मीद जाहिर की है। ब्रोकरेज फर्म मोतीलाल ओसवाल ने एक हालिया नोट में कहा है कि यात्री वाहनों मात्रात्मक बिक्री में वित्त वर्ष 2021 के कमजोर आधार से सुधार दिखने की उम्मीद है जिसे मुख्य तौर पर ग्राहकों की आकांक्षा, खर्च करने की क्षमता में सुधार और कम पहुंच से बल मिलेगा। ब्रोकरेज ने उम्मीद जताई है कि यात्री वाहन उद्योग वित्त वर्ष 2022-24 के दौरान मात्रात्मक बिक्री के मोर्चे पर 15 फीसदी की वार्षिक चक्रवृद्धि दर यानी सीएजीआर के साथ आगे बढ़ेगा।
वाहनों की बिक्री में उछाल के संकेत भी मिलने लगे हैं। वाहन विनिर्माताओं के संगठन सायम के अनुसार, मई में वाहनों की बिक्री सालाना आधार पर चार गुना बढ़कर 1,532,809 वाहन हो गई।

 

First Published - June 18, 2022 | 1:18 AM IST

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