हिंदुजा समूह की प्रमुख भारतीय कंपनी और देश की अग्रणी वाणिज्यिक वाहन विनिर्माता कंपनी अशोक लीलैंड ने हरित आवागमन पर केंद्रित नया एकीकृत वाणिज्यिक वाहन संयंत्र स्थापित करने के लिए आज उत्तर प्रदेश में आधारशिला कार्यक्रम आयोजित किया।
इस संयंत्र के तहत प्राथमिक ध्यान इलेक्ट्रिक बसों के उत्पादन पर होगा। साथ ही मौजूदा और अन्य उभरते वैकल्पिक ईंधन द्वारा संचालित अन्य वाहनों के उत्पादन की क्षमता भी होगी। यह संयंत्र देश में अशोक लीलैंड का सातवां वाहन संयंत्र होगा।
चालू होने पर शुरुआत में इस संयंत्र की सालाना क्षमता 2,500 वाहन उत्पादन की होगी। आने वाले वर्षों में इलेक्ट्रिक और अन्य प्रकार के वाहनों की बढ़ती मांग को देखते हुए अशोक लीलैंड ने अगले दशक में क्षमता बढ़ाकर 5,000 वाहनों तक करने की योजना बनाई है।
लखनऊ में कानपुर रोड पर स्थित इस नए कारखाना स्थल पर आयोजित समारोह में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आधारशिला रखी। यह नया विनिर्माण संयंत्र 70 एकड़ में फैला होगा। कंपनी ने कहा है कि नवीनतम विनिर्माण तकनीक से युक्त यह अशोक लीलैंड का दुनिया भर में सबसे आधुनिक और हरित कारखाना होगा।
अशोक लीलैंड के कार्यकारी चेयरमैन धीरज हिंदुजा ने कहा, ‘यह शिलान्यास समारोह उत्तर प्रदेश में अशोक लीलैंड के लिए नए अध्याय की शुरुआत का प्रतीक है। चालू होने के बाद इस संयंत्र से रोजगार के अवसर पैदा करने और भारत में टिकाऊ आवागमन को आगे बढ़ाने के हमारे साझा लक्ष्यों पर सकारात्मक असर पड़ेगा। हम नवाचार को आगे बढ़ाने और हरित आवागमन के क्षेत्र में नए बेंचमार्क कायम करने के लिए प्रतिबद्ध हैं। इस नए संयंत्र के साथ हम खुद को भविष्य के लिए तैयार कर रहे हैं और अपने नेट जीरो उत्सर्जन लक्ष्यों को पाने के लिए एक कदम आगे बढ़ा रहे हैं।’
अशोक लीलैंड के प्रबंध निदेशक और मुख्य कार्य अधिकारी शेनू अग्रवाल ने कहा कि यह संयंत्र न केवल इलेक्ट्रिक वाहनों की बढ़ती मांग को पूरा करेगा, बल्कि इस क्षेत्र के समग्र विकास में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।