मेटा ने घोषणा की है कि वह EU में डिजिटल मार्केट एक्ट (DMA) के अनुपालन के तहत थर्ड पार्टी ऐप्स को WhatsApp और Messenger के जरिए बातचीत करने की अनुमति देगा। इसका मतलब है कि थर्ड पार्टी ऐप्स के यूजर्स अगर चुनते हैं तो Messenger या WhatsApp के यूजर्स के साथ संदेश भेज और प्राप्त कर सकते हैं।
इसके लिए यूजर्स की अनुमति के अलावा, थर्ड पार्टी प्रोवाइडर्स को Messenger और WhatsApp के साथ एक समझौता साइन करना होगा और अपने ऐप और मेटा के WhatsApp या Messenger के बीच क्रॉस-प्लेटफॉर्म मैसेजिंग को चालू करने के लिए कंपनी के साथ मिलकर काम करना होगा।
मेटा ने प्रेस नोट में कहा कि वह जल्द ही थर्ड पार्टी प्रोवाइडर्स के लिए WhatsApp रेफरेंस ऑफर जारी करेगा जो यह बताएगा कि प्लेटफॉर्म के साथ इंटरऑपरेट करने के लिए क्या जरूरी होगा। इसके दूसरे प्लेटफॉर्म Messenger के लिए रेफरेंस ऑफर जल्द ही जारी किया जाएगा।
मेटा ने कहा कि कंपनी रिक्वेस्ट प्राप्त होने के तीन महीने के भीतर अन्य सेवाओं के साथ इंटरऑपरेबिलिटी चालू करने के लिए काम करेगी, जो DMA के तहत आवश्यक है। हालांकि, सार्वजनिक उपयोग के लिए फंक्शनैलिटी शुरू होने में थोड़ा अधिक समय लग सकता है।
साथ ही, कंपनी चाहती है कि थर्ड पार्टी ऐप्स अपने प्लेटफ़ॉर्म के साथ कम्युनिकेशन करते समय एंड-टू-एंड एन्क्रिप्शन लागू करने के लिए सिग्नल प्रोटोकॉल का उपयोग करें।
WhatsApp और Messenger एन्क्रिप्शन के लिए सिग्नल प्रोटोकॉल का उपयोग करते हैं, जो सुरक्षा के लिए आवश्यक है। यदि कोई थर्ड पार्टी ऐप सिग्नल प्रोटोकॉल का उपयोग नहीं करता है, तो उसे यह दिखाना होगा कि उसका एन्क्रिप्शन मैथड सिग्नल के समान सुरक्षा मानकों को पूरा करता है कि नहीं।
मेटा ने कहा है कि वह अन्य ऐप्स के साथ “इंटरऑपरेबिलिटी” प्रदान करने के लिए बाध्य है। इसका मतलब है कि मेटा को अन्य ऐप्स को अपने साथ काम करने की अनुमति देनी होगी, भले ही वे मेटा के सिग्नल ऐप का उपयोग न करें। हालांकि, मेटा यह गारंटी नहीं देता है कि कोई थर्ड पार्टी प्रोवाइडर्स भेजे गए या प्राप्त संदेशों के साथ क्या करता है।