Maruti Suzuki 4th generation Swift: देश की अग्रणी वाहन विनर्माता मारुति सुजुकी इंडिया ने गुरुवार को कहा कि वह छोटी कारों के खंड (सेगमेंट) को ‘फिर से एक्टिव’ करना जारी रखेगी क्योंकि अगले कुछ वर्षों में इसके दोबारा रफ्तार पकड़ने की उम्मीद है। कंपनी के प्रबंध निदेशक (MD) एवं मुख्य कार्याधिकारी (CEO) हिसाशी ताकूची ने लोकप्रिय छोटी कार स्विफ्ट की नई पीढ़ी को पेश करते हुए यह बात कही।
उन्होंने कहा कि मारुति का लक्ष्य ग्राहकों की अलग-अलग जरूरतों को पूरा करना है और वह वर्ष 2030-31 तक 40 लाख यूनिट्स बेचने का लक्ष्य लेकर चल रही है। ताकूची ने कहा कि एंट्री लेवल सेगमेंट पैसेंजर कारों की बिक्री के लिहाज से हाई वॉल्यूम वाला बना हुआ है जिसमें लगभग 28 प्रतिशत कारों की बिक्री होती है।
ताकूची ने कहा, ‘बाजार के अगुवा के तौर पर हमने उस समय हैचबैक सेगमेंट में फिर से नई जान फूंकने का जिम्मा उठाया जब इस खंड को असल में वृद्धि उत्प्रेरक की जरूरत है। हमें भारत की वृद्धि की गाथा पर पूरा भरोसा है।’
उन्होंने कहा, ‘जापान जैसे विकसित देशों में प्रति 1000 आबादी पर 600 कारें हैं जबकि भारत में यह अनुपात केवल 32 वाहनों का है। इस तरह भारत में कार खरीदने की चाहत रखने वाले लोगों की बड़ी संख्या है।’
उन्होंने कहा कि कार स्वामित्व बढ़ने के साथ हैचबैक सेगमेंट कई ग्राहकों के लिए शुरुआती बिंदु का काम करेगा। इस संभावना को ध्यान में रखते हुए मारुति सुजुकी हैचबैक सेगमेंट पर अपना ध्यान बनाए रखेगी। एक समय भारत के कुल यात्री वाहन बाजार में छोटी कारों का दबदबा हुआ करता था लेकिन पिछले पांच-छह वर्षों में इसकी हिस्सेदारी लगातार घटते हुए 30 प्रतिशत से भी कम हो चुकी है। इस खंड में मारुति की स्विफ्ट बेहद लोकप्रिय कार रही है।
कंपनी ने अब इसे नए अवतार में पेश किया है जिसकी शोरूम कीमत 6.49 लाख रुपये से 9.64 लाख रुपये के बीच रखी गई है। स्विफ्ट की नई कार के विकास पर कंपनी ने लगभग 1,450 करोड़ रुपये का निवेश किया है। इसे अधिक पर्यावरण-अनुकूल जेड-सीरीज के इंजन के साथ उतारा गया है। इस मॉडल का उत्पादन सुजुकी मोटर गुजरात में किया जाएगा।