प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Modi) ने शुक्रवार को कहा कि स्थिर सरकार, सहायक नीति प्रणाली, सुधारों के जरिए बदलाव की मानसिकता और विकास को लेकर दृढ़ता आदि मिलकर भारतीय कंपनियों और निवेशकों को निवेश का सुनहरा अवसर लाए हैं।
मोदी ने यहां उत्तराखंड सरकार की ओर से आयोजित वैश्विक निवेशक शिखर सम्मेलन में कहा कि यह भारत, भारतीय कंपनियों और यहां के निवेशकों के लिए अभूतपूर्व समय है। वह देश के लोगों को भरोसा दिलाते हैं कि उनके तीसरे कार्यकाल में देश की अर्थव्यवस्था दुनिया में तीसरे नंबर पर होगी। कारोबारी लिहाज से ऐसा माहौल पहली बार देखने को मिला है। इसलिए मैं कहता हूं कि यह भारत का समय है। यह सबसे उपयुक्त समय है।
यहां वन अनुसंधान संस्थान में आयोजित निवेशक सम्मेलन को संबोधित करते हुए उत्तराखंड को निवेश के लिए प्रमुख गंतव्य के तौर पर पेश करते प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि हाल के चुनावों में जनता ने स्थिर और मजबूत सरकारों के लिए मतदान किया है।
हाल ही में राजस्थान, मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ के विधानसभा चुनावों में मिली जीत का उल्लेख करते हुए उन्होंने कहा कि आकांक्षी भारत अस्थिरता नहीं चाहता। वह स्थिर सरकार चाहता है।
उन्होंने देश की ताकत, कमजोरियों और खतरों को देखते हुए आज के भारत का एक ‘स्वॉट’ विश्लेषण करने का सुझाव दिया। स्वॉट विश्लेषण में किसी की ताकत, कमजोरी, अवसर एवं खतरे का आकलन किया जाता है। मोदी ने कहा कि हम हर जगह आकांक्षाएं, आशा, आत्मविश्वास, नवाचार और अवसर देखते हैं। आपको नीति-संचालित शासन देखने को मिलेगा। उन्होंने कहा कि आप राजनीतिक स्थिरता के लिए देश की जनता का दृढ़ संकल्प देखेंगे।
मोदी ने कहा कि उनके तीसरे कार्यकाल के दौरान भारत अगले कुछ वर्षों में दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने के लिए तैयार है। उन्होंने कारोबारियों से उत्तराखंड में निवेश करने और इसकी विकास यात्रा में भागीदार बनने का आह्वान किया। शिखर सम्मेलन में 2.5 लाख करोड़ रुपये के समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर होने थे, लेकिन इस लक्ष्य को कार्यक्रम शुरू होने से पहले ही पार कर लिया गया है। अब तक कुल तीन लाख करोड़ रुपये के एमओयू हो चुके हैं।
निवेशक सम्मेलन के लिए मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ब्रिटेन के लंदन, बर्मिंघम के साथ दुबई और अबू धाबी गए थे। प्रधानमंत्री मोदी ने धनाढ्य लोगों से देश के भीतर ही ‘डेस्टिनेशन वेडिंग’ करने का अनुरोध भी किया। उन्होंने कहा कि देश को ‘मेक इन इंडिया’ की तर्ज पर ‘वेड इन इंडिया’ जैसे आंदोलन चलाने की जरूरत है। प्रधानमंत्री ने इसके साथ ही प्रभावशाली उद्योगपतियों से प्रति वर्ष अपने परिवार के किसी सदस्य की शादी उत्तराखंड में करने की भी अपील की।