गूगल के मुख्य कार्याधिकारी सुंदर पिचाई (Google CEO Sundar Pichai) की भारत यात्रा से ठीक पहले पिछले दिसंबर में संचार मंत्री अश्विनी वैष्णव ने इस बात की पुष्टि की थी कि भारत में गूगल फोन असेंबल करने के संबंध में उनसे बात की जा रही है।
गूगल ने अपना वादा निभाया है। हाल ही में उसने घोषणा की है कि उसके नए प्रमुख फोन पिक्सल 8 (Pixel *) की अगले साल भारत में शुरुआत की जाएगाी। पिक्सेल श्रृंखला और उसके नए पिक्सेल 8 (जो 75,999 रुपये से शुरू होता है) की नजर बाजार में शीर्ष स्तर की प्रीमियम श्रेणी पर है, जहां सैमसंग बड़ी कंपनी है।
गूगल फोन असेंबल करने के लिए किसी संभावित ईएमएस भागीदार की तलाश कर रही है और इनमें डिक्सन टेक्नोलॉजिज तथा भारत एफआईएच ( जो ऐपल फोन से इतर और अन्य उत्पादों की असेंबलिंग करती है और ताइवान के फॉक्सकॉन समूह का हिस्सा है) शामिल हैं। बाजार हिस्सेदारी के लिहाज से भारत एफआईएच देश में सबसे बड़ी ईएमएस भागीदार बनी हुई है।
अब तक कोई अंतिम निर्णय नहीं
गूगल ने लावा इंटरनैशनल से भी बातचीत की लेकिन बात आगे नहीं बढ़ी। हालांकि बातचीत अंतिम चरण में है, लेकिन गूगल ने अब तक कोई अंतिम निर्णय नहीं लिया है।
34,000 रुपये से अधिक दाम वाली इस श्रृंखला की प्रतिस्पर्धा प्रीमियम स्तर (30,000 रुपये से अधिक) के अन्य स्मार्टफोन के साथ रहती है। अनुसंधान फर्म काउंटरप्वाइंट के अनुसार वर्ष 2023 की पहली छमाही में पिक्सल के सभी अलग-अलग मॉडल की संयुक्त रूप से बमुश्किल एक प्रतिशत हिस्सेदारी रही है।
प्रीमियम बाजार श्रेणी में सैमसंग शीर्ष कंपनी
हालांकि तथ्य यह है कि प्रीमियम बाजार भी सबसे तेजी से बढ़ने वाली श्रेणी है। वर्ष 2023 की दूसरी तिमाही में इसमें 112 प्रतिशत से अधिक तक का इजाफा हुआ है और कुल स्मार्टफोन शिपमेंट में इसका 17 प्रतिशत हिस्सा है। 34 प्रतिशत बाजार हिस्सेदारी के साथ सैमसंग शीर्ष कंपनी है।
इसके बाद ऐपल का स्थान है, लेकिन ऐपल आईफोन 60 प्रतिशत हिस्सेदारी के साथ अल्ट्रा-प्रीमियम स्तर (45,000 रुपये से अधिक) में दबदबा रखती है। गूगल को उम्मीद है कि उसके फोनों को प्रीमियम श्रेणी की वृद्धि से फायदा होगा, लेकिन वह विशिष्ट कंपनी रहते हुए अन्य बाजारों में भी बड़ी उल्टफेर करने वाली नहीं रही है।
ऐपल मॉडल की नकल
रिसर्च फर्म स्टैटिस्टा कंज्यूमर इनसाइट्स ने वर्ष 2022-23 के दौरान लगभग 9,572 स्मार्टफोन उपयोगकर्ताओं से पूछा है कि क्या वे अपने प्राथमिक स्मार्टफोन के रूप में गूगल फोन का इस्तेमाल करते हैं। सबसे अधिक प्रतिक्रिया कनाडा (5.3 प्रतिशत) से मिली।
इसके बाद अमेरिका (4.6 प्रतिशत), जापान (4.2 प्रतिशत), भारत (3.3 प्रतिशत), ब्रिटेन (3.3 प्रतिशत) और जर्मनी (2.2 प्रतिशत) का स्थान रहा। गूगल कई मायनों में भारत में ऐपल मॉडल की नकल कर रही है।
ऐपल की तरह यह भी चीन से इतर अपना दांव लगा रही है और अपने असेंबली बेस में विविधता ला रही है। ऐपल ने अपने मोबाइल फोन की असेंबलिंग के लिए भारत को ही चुना है। मूल्य के लिहाज से वर्ष 2025 तक उसे 20 प्रतिशत आईफोन का उत्पादन भारत में करने की उम्मीद है।