बाजार नियामक सेबी (Sebi) ने टॉरंट फार्मा और टॉरेंट पावर (Torrent Pharma) के प्रवर्तकों को खुली पेशकश से छूट दी है। अभी टॉरेंट इन्वेस्टमेंट्स के पास टॉरेंट फार्मा की 71 फीसदी से ज्यादा और टॉरेंट पावर की करीब 53 फीसदी हिस्सेदारी है।
प्रवर्तक समूह के चार फैमिली ट्रस्टों ने पारिवारिक शेयरधारिता व उत्तराधिकार की योजना को पटरी पर लाने के लिए यह हिस्सेदारी अधिग्रहीत करने का प्रस्ताव रखा है।
प्रस्तावित अधिग्रहण के बाद फैमिली ट्रस्टों का टॉरेंट फार्मा व टॉरंट पावर पर अप्रत्यक्ष नियंत्रण रहेगा। छूट प्रदान करते हुए बाजार नियामक ने पाया कि इस अधिग्रहण से न तो नियंत्रण या प्रबंधन में बदलाव होगा और न ही प्रवर्तक की हिस्सेदारी में फेरबदल होगा। कंपनी ने कहा था कि इस ढांचे से पारदर्शिता में किसी तरह की कमी नहीं आएगी और निवेशकों के हितों पर भी असर नहीं पड़ेगा।
सेलो वर्ल्ड, ईएसएएफ और एएसके ऑटोमोटिव के आईपीओ को मंजूरी
बाजार नियामक सेबी ने सेलो वर्ल्ड, ईएसएएफ स्मॉल फाइनैंस बैंक और एएसके ऑटोमोटिव के IPO को मंजूरी दे दी है। बाजार नियामक सेबी ने तीनों कंपनियों की तरफ से जमा कराए गए पेशकश दस्तावेज पर फाइनल ऑब्जर्वेशन 9 अक्टूबर को जारी किया। सेलो वर्ल्ड की योजना ओएफएस के जरिये 1,750 करोड़ रुपये जुटाने की है, जहां प्रवर्तक अपनी हिस्सेदारी बेचेंगे।
उधर, ईएसएएफ स्मॉल फाइनैंस बैंक ने नए शेयर जारी कर 629 करोड़ रुपये जुटाने के लिए दोबारा पेशकश दस्तावेज जमा कराए थे। इससे पहले कंपनी ने जुलाई 2021 में आईपीओ दस्तावेज जमा कराए थे। एएसके ऑटोमोटिव के प्रवर्तक भी ओएफएस के जरिये करीब 3 करोड़ शेयर बेचेंगे।