अनिल अंबानी के स्वामित्व वाली रिलायंस इन्फ्रास्ट्रक्चर विस्फोटक, गोला बारूद और छोटे हथियार के विनिर्माण के लिए सबसे बड़ा एकीकृत कारखाना लगाने की योजना बना रही है। इसे महाराष्ट्र के रत्नागिरी में 10,000 करोड़ रुपये के निवेश से बनाया जाएगा।
कंपनी ने एक बयान में कहा कि उसे धीरूभाई अंबानी डिफेंस सिटी (डीएडीसी) विकसित करने के लिए वाटड औद्योगिक क्षेत्र में 1,000 एकड़ जमीन आवंटित की गई है।
बयान में कहा गया है कि नई निर्यातोन्मुखी परियोजना निजी क्षेत्र की किसी कंपनी की तरफ से भारत में सबसे बड़ा ग्रीनफील्ड डिफेंस पहल होगी। इसके अलावा अपनी सहायक इकाइयों के जरिये रिलायंस इन्फ्रास्ट्रक्चर ने 1,000 करोड़ रुपये के रक्षा उपकरणों का निर्यात किया है।
रिलायंस इन्फ्रास्ट्रक्चर के पूर्ण स्वामित्व वाली सहायक जय आर्मामेंट्स और रिलायंस डिफेंस के पास हथियार और गोला बारूद बनाने के लिए भारत सरकार से लाइसेंस मिला हुआ है। प्रस्तावित परियोजना में छह अग्रणी वैश्विक रक्षा कंपनियों के साथ संभावित संयुक्त उद्यम का अनुमान लगाया गया है। कंपनी ने हालांकि कंपनियों के नामों का खुलासा नहीं किया।
गोला-बारूद रेंज में छोटे, मझोले और बड़ी क्षमता वाली युद्ध सामग्री के साथ-साथ टर्मिनली गाइडेड युद्ध सामग्री (टीजीएम) शामिल होगी। छोटे हथियारों का पोर्टफोलियो नागरिक और सैन्य दोनों के इस्तेमाल की जरूरतों पूरा करते हुए निर्यात बाजारों पर ध्यान देगा।