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लेखक : अजय छिब्बर

आज का अखबार, लेख

सात फीसदी से अधिक वृद्धि का लक्ष्य

भारत अभी भी दुनिया का सबसे तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था वाला देश नहीं है लेकिन अगर उद्यमियों की कारोबारी भावना जोर पकड़ती है तो हम उस स्थिति में पहुंच सकते हैं। बता रहे हैं अजय छिब्बर भारत की सकल घरेलू उत्पाद (GDP) वृद्धि के बारे में अनुमान है कि वित्त वर्ष 2023-24 में यह करीब […]

आज का अखबार, लेख

रिसर्च सेक्टर में निवेश की संरचनात्मक जटिलताएं

वैश्विक स्तर पर शोध के लिए जीडीपी (GDP) के हिस्से के रूप में भारत के सार्वजनिक क्षेत्र का बजट उच्चतम स्तर पर है लेकिन इस लिहाज से निजी क्षेत्र बहुत पीछे है। बता रहे हैं अजय छिब्बर भारत ने अपेक्षाकृत कम बजट में चंद्रमा पर पहुंचने के अभियान में सफलता पाई और यह ऐसा करने […]

आज का अखबार, लेख

चुनावी साल का बजट और राजकोषीय सुदृढ़ीकरण

इस समय जब देश का ध्यान भारत के चांद पर पहुंचने और जी20 शिखर बैठक पर केंद्रित है, तो एक बात पर समुचित तवज्जो नहीं गई और वह यह कि बीते 18 महीनों में भारतीय रिजर्व बैंक को वृहद आर्थिक स्थिरता बरकरार रखने के लिए काफी कवायद करनी पड़ी। वर्ष 2022 के आरंभ से भारत […]

आज का अखबार, लेख

भारत के लिए असाधारण सफलताओं का वर्ष 2023

जी20 और चंद्रयान अभियान की कामयाबी के बाद देश को आगे अहम सुधार की जरूरत है ताकि 2047 तक हम विकसित देश बन सकें। बता रहे हैं अजय छिब्बर हम कह सकते हैं कि 2023 ऐसा वर्ष रहा जब भारत वैश्विक मंच पर उभरकर सामने आया। वह दुनिया का सबसे अधिक आबादी वाला देश और […]

आज का अखबार, लेख

गरीबी में आई कमी किंतु लड़ाई जारी

हमने हाल ही में आजादी की 76वीं वर्षगांठ मनाई और इसी दौरान सामने आए 2019-21 के बहुआयामी गरीबी सूचकांक (एमडीपीआई) के आंकड़ों ने मुझे दो वजहों से प्रसन्न भी किया। पहली वजह यह कि आंकड़ों ने दिखाया कि 2005-06 और 2019-20 के बीच गरीबों की तादाद में 41.5 करोड़ की कमी आई है। दूसरी वजह […]

आज का अखबार, ताजा खबरें, लेख

Opinion: भारत-अमेरिका की दोस्ती का वक्त है अब

अमेरिका-भारत (एआई) संबंधों में वर्ष 2000 तक भरोसे की बेहद कमी थी और इस संबंध में कभी-कभी शत्रुतापूर्ण भाव भी आया लेकिन अब इन दोनों देशों ने अपने संबंधों के पूर्ण चक्र को पूरा कर लिया है। अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति बिल क्लिंटन के कार्यकाल के तहत दोनों देशों के बीच घनिष्ठ संबंधों की प्रक्रिया […]

आज का अखबार, ताजा खबरें, लेख

विकसित भारत की कैसी होगी राह?

भारत सरकार ने 2022 में खुद को ‘विकसित भारत’ (उन्नत भारत) बनाने का लक्ष्य निर्धारित किया। प्रधानमंत्री ने हाल ही में नई संसद के उद्घाटन के दौरान और नीति आयोग की ताजा बैठक में इसका उल्लेख फिर से किया। मैं इस लक्ष्य को लेकर खासा उत्साहित हूं क्योंकि मेरे सह-लेखक और मैंने अपनी पुस्तक ‘अनशैकलिंग […]

आज का अखबार, लेख

दुनिया की गतिशीलता में लॉजि​स्टिक्स की भूमिका

सरकार लॉजि​स्टिक्स में सुधार पर जो ध्यान केंद्रित कर रही है उसके भी लाभ सामने आ रहे हैं लेकिन यह लड़ाई ऐसी है जिसे चतुराईपूर्वक और लगातार लड़ना होगा। बता रहे हैं अजय छिब्बर विश्व बैंक के 139 देशों वाले लॉजि​​स्टिक्स परफॉर्मेंस इंडेक्स 2023 में भारत ने छह स्थानों का सुधार करके 38वां स्थान हासिल […]

आज का अखबार, लेख

सरकार को लोगों के करीब लाने की दरकार

भारत अगले 25 वर्षों में विकसित अर्थव्यवस्था बनने की तैयारी कर रहा है, इस दिशा में बड़ी छलांग लगाने के लिए एक महत्त्वपूर्ण पहलू यह है कि सरकार को स्थानीय स्तर पर शासन कार्यों का हस्तांतरण करना होगा। विकसित अर्थव्यवस्थाओं की एक विशेषता यह होती है कि इसमें स्थानीय शासन के स्तर पर राजस्व और […]

आज का अखबार, लेख

निरंतर बदलती दुनिया में आईएमएफ की भूमिका

जिस तरह विश्व बैंक जलवायु परिवर्तन पर किसी कदम से नदारद दिख रहा है उसी तरह अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) भी अपना मुख्य काम करता हुआ नहीं दिख रहा है जो है: वै​श्विक मौद्रिक और वित्तीय व्यवस्था की निगरानी करना। वै​श्विक वित्तीय बाजार अमेरिकी बैंकों की नाकामी और उभरते बाजारों में बढ़ती मुद्रास्फीति से निपटने […]

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