Editorial: आपातकाल के 50 साल— जब सत्ता ने लोकतंत्र पर लगाया काला धब्बा और छीनी प्रेस की आजादी
आजाद भारत के इतिहास में 25 जून को एक ऐसी घटना की 50 साल पूरे हो रहे हैं जिसमें 21 महीनों तक सत्ता का अतिरेक देखने को मिला था। उस अवधि में नागरिकों की संविधान प्रदत्त स्वतंत्रताओं को खत्म कर दिया गया था और विभिन्न संस्थानों की नियंत्रण एवं संतुलन व्यवस्था पूरी तरह विफल हो […]
Editorial: ईरान पर अमेरिकी हमले से बढ़ा वैश्विक सुरक्षा के लिए खतरा
गत सप्ताहांत अमेरिकी वायु सेना के बी-2 स्टेल्थ बम वर्षक विमानों ने ईरान के उन तीन ठिकानों पर हमले किए जो परमाणु हथियार कार्यक्रम से संबंधित हैं। फोर्दो, नतांज और इस्फहान नामक इन शहरों में ये परमाणु ठिकाने जमीन के बहुत नीचे स्थित हैं और इसलिए अधिकांश हमलों से सुरक्षित भी हैं। गत सप्ताह जब […]
Editorial: आकर्षक लिस्टिंग: Startup और PSU के लिए IPO और डीलिस्टिंग नियमों में ढील
भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (सेबी) ने गत सप्ताह कई अहम निर्णय लिए। इन्हें साथ मिलाकर देखा जाए तो ये कई बिंदुओं को स्पष्ट करते हैं। बदलावों का एक हिस्सा स्टार्टअप को लेकर चिंताएं दूर करता है। एक अन्य बड़ा कदम है अल्टरनेटिव इन्वेस्टमेंट फंड (एआईएफ) नियमन के तहत को-इन्वेस्टमेंट व्हीकल (सीआईवी) ढांचे को मंजूर […]
Editorial: MSME के लिए सुनियोजित कदम से बनेगा उत्तम प्रदेश
सूक्ष्म, लघु एवं मझोले उद्यम (एमएसएमई) भारत के आर्थिक विकास में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। एमएसएमई स्थानीय स्तर पर रोजगार के अवसर सृजित करने में महत्त्वपूर्ण योगदान देते हैं। देश से वस्तुओं के कुल निर्यात में एमएसएमई खंड की हिस्सेदारी 45 फीसदी से अधिक है और सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) में इनका योगदान लगभग 30 […]
Editorial: Dollar vs renminbi: चीनी मुद्रा बुनियादी चुनौतियों का सामना कर रही है
पीपल्स बैंक ऑफ चाइना के गवर्नर पान गोंगशेंग ने एक बहु-ध्रुवीय अंतरराष्ट्रीय मौद्रिक प्रणाली तैयार करने की जोरदार वकालत की है। उन्होंने बुधवार को कहा कि किसी एक मुद्रा पर अत्यधिक निर्भरता दुनिया के लिए ठीक नहीं है। गोंगशेंग ने यह संदेश देने की कोशिश की है कि दुनिया को डॉलर आधारित वैश्विक वित्तीय प्रणाली […]
Editorial: G7 बैठक पर गतिरोध हावी: ट्रंप के चले जाने से सार्थक प्रगति पर लगा विराम
अमेरिका के राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप के नेतृत्व में नियम-व्यवस्था आधारित लोकतंत्र और व्यापार पर पश्चिमी देशों के बीच आपसी सहमति की बुनियाद दरकने का एक और उदाहरण जी-7 देशों की बैठक में दिखा। कनाडा के प्रांत अल्बर्टा के कनानास्किस में प्रधानमंत्री मार्क कार्नी की मेजबानी में आयोजित जी-7 देशों की 51वीं बैठक में यह बिखराव […]
Editorial: ब्याज दरों में और कटौती की संभावना, शर्त है महंगाई रहे नीचे
भारतीय रिजर्व बैंक के गवर्नर संजय मल्होत्रा ने मंगलवार को इस समाचार पत्र में प्रकाशित साक्षात्कार में कहा कि मुद्रास्फीति अगर रिजर्व बैंक के अनुमान से कम रहती है तो नीति में और ढील दी जाएगी। मौद्रिक नीति समिति की हालिया बैठक के बाद बाजार में कुछ भ्रम नजर आया। बैठक के बाद 6 जून […]
Editorial: परोक्ष क्षति: विकास की ताल बिगाड़ देगा महंगा क्रूड
इजरायल और ईरान के बीच लड़ाई ने वैश्विक अर्थव्यवस्था के समक्ष अनिश्चितता का एक और द्वार खोल दिया है, जिसका असर भारत पर भी पड़ेगा। चूंकि दोनों पक्षों ने पीछे हटने से इनकार कर दिया है और इजरायल ने अपने लिए जो लक्ष्य तय किए हैं उन्हें देखते हुए यह लड़ाई गहराने और लंबी चलने […]
Editorial: एयर इंडिया दुर्घटना: जांच में गति, पारदर्शिता और जवाबदेही हो प्राथमिकता
अहमदाबाद हवाई अड्डे से उड़ान भरने के बाद एयर इंडिया की उड़ान 171 के दुर्घटनाग्रस्त हो जाने से सबका ध्यान एक बार फिर विमानन कंपनी, नियामक और देश में नागरिक विमानन की व्यापक स्थिति की तरफ चला गया है। यह विमान रनवे से दो किलोमीटर दूर एक मेडिकल हॉस्टल पर जा गिरा। मगर अभी तक […]
Editorial: चांदी में तेजी का दौर, ज्यादा निवेश से पहले बुनियादी बातों का रखें ध्यान
सोने की कीमतों में तेजी के साथ ही कारोबारियों और निवेशकों ने चांदी (तथा अन्य महंगी धातुओं मसलन प्लेटिनम और वैनेडियम आदि) पर भी ध्यान देना शुरू कर दिया है। वर्ष 2024 में चांदी, डॉलर के संदर्भ में 21 फीसदी महंगी हुई जबकि सोने की कीमतें 28 फीसदी चढ़ी थीं। वहीं 2025 में 31 मई […]









