सब्जी की तीन मूलभूत चीजें आलू-प्याज और टमाटर के किसानों पर शायद शनि की साढ़े साती चल रही है। उत्तर प्रदेश के आलू किसानों व राजस्थान के प्याज किसानों के बाद दिल्ली व उसके आसपास के टमाटर किसानों के चेहरे की लाली मलिन हो गयी है। देश के अन्य प्रांतों में भी टमाटर के किसानों […]
आगे पढ़े
कच्चे तेल में आयी गिरावट के चलते सोना, चांदी, प्लैटिनम और पैलेडियम जैसी महंगी धातुओं में बुधवार को सुस्ती का रुख रहा। लंदन के बाजार में लगातार दूसरे दिन सोने के भाव में कमी हुई। दरअसल, अमेरिका में कंज्यूमर कॉफिंडेंस डेटा रिलीज होने के बाद वहां के सर्राफा बाजार में कल रात तेज गिरावट आई। […]
आगे पढ़े
अंतरराष्ट्रीय बाजार में अच्छी मांग होने से जौ की कीमत में तेजी आना जारी है। यह तेजी पहले के उस अनुमान के विपरीत है जिसमें अंदाजा लगाया गया था कि इस बार अधिक उत्पादन होने से इसकी कीमत पिछले सीजन के 1,300 रुपये प्रति क्विंटल और दो साल पहले के 700 रुपये के बीच तक […]
आगे पढ़े
जूट उद्योग में इस साल बहुत तेज बढ़ोतरी हुई है। इस साल जूट उत्पादों का उत्पादन 30 फीसदी बढ़कर 17.75 लाख टन हो गया है। इसकी वजह इस साल जूट की बढ़िया फसल और बाजार से बेहतर मांग होना बताया जा रहा है। ए और बी टि्वल दोनों वर्गों में इस साल 11.43 लाख जूट […]
आगे पढ़े
लहसुन, धनिया, कच्चा पाम ऑयल आदि का वायदा कारोबार शुरू करने के लिए मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज (एमसीएक्स) ने वायदा बाजार आयोग (एफएमसी) से अनुमति मांगी है। एमसीएक्स के प्रबंध निदेशक और मुख्य कार्यकारी अधिकारी जोसफ मैसी ने यह जानकारी दी। सूत्रों ने बताया कि एमसीएक्स ने हाल ही में कई जिसों में वायदा कारोबार शुरू […]
आगे पढ़े
प्रबंधन में बदलाव के बाद नैशनल कमोडिटी ऐंड डेरिवेटिव्स एक्सचेंज लिमिटेड (एनसीडीईएक्स) उत्पादों के विविधीकरण में जुट गया लगता है। कारोबार में उन्नति की नीति के तहत एनसीडीईएक्स अपने कॉटन, कॉफी और अरंडी के वायदा कारोबारों को नए सिरे से शुरू करना चाहता है। यह एक्सचेंज कोयले और गोल्ड गीनिया करारों को लॉन्च करने की […]
आगे पढ़े
पर्याप्त आपूर्ति के बावजूद अंतरराष्ट्रीय असर के चलते घरेलू बाजार में अब खाद्य तेलों की कीमत में तेजी आनी शुरू हो गयी है। इसके भाव में तेजी आने से सरकार की चिंता और गहरी हो गई है। जबकि इससे महंगाई थामने के लिए सरकार द्वारा किए गए उपायों की नाकामी के संकेत मिलते हैं। शिकागो […]
आगे पढ़े
कर्नाटक के मडेकेरी क्षेत्र में बेमौसम बारिश से फैली बीमारी ने कालीमिर्च की फसल को काफी नुकसान पहुंचाया है। इस वजह से इस साल काली मिर्च का उत्पादन घटकर 45,000 टन तक आने की संभावना है। शेयरखान के कमोडिटी रिसर्च प्रमुख शैलेन्द्र कुमार ने कहा कि हालांकि अंतरराष्ट्रीय कालीमिर्च समुदाय ने भारत में 50,000 टन […]
आगे पढ़े
मौजूदा सीजन में यूरोप को होने वाले अंगूर के निर्यात में तकरीबन 20 फीसदी की वृद्धि हुई है। हालांकि जर्मनी और नीदरलैंड जैसे देशों ने अपने कीटनाशक अवशेष स्तर में तो बीच सीजन के दौरान ही संशोधन कर दिया है। कृषि और प्रसंस्कृत खाद्य उत्पाद निर्यात विकास प्राधिकरण (एपीडा) के निदेशक एस. दवे के मुताबिक, […]
आगे पढ़े