अदाणी ग्रीन एनर्जी की तरफ से उतारे गए बॉन्ड को विदेशी निवेशकों से करीब सात गुना ज्यादा आवेदन मिले। आवेदन करने वाले विदेशी निवेशकों में ज्यूपिटर, स्कॉडर्स, पिमको, मेटलाइफ समेत बड़े निवेशक शामिल हैं। अलायंस व बर्नस्टीन ने भी इस पेशकश में हिस्सा लिया।
सितंबर 2021 के बाद यह अदाणी समूह की तरफ से बॉन्ड का पहला लेनदेन है और पिछले साल दिसंबर में 1.4 अरब अमेरिकी डॉलर की इक्विटी कामयाबी के साथ जुटाए जाने के बाद हो रहा है। 18 साल वाले बॉन्ड की अंतिम ऑर्डर बुक 2.8 अरब डॉलर की रही। इस लेनदेन से जुड़े एक बैंकर ने यह जानकारी दी।
उन्होंने कहा, मजबूत मांग के चलते अंतिम लेनदेन की दर 6.7 फीसदी सालाना (फिक्स्ड रेट) तय हुई है, जो शुरुआती अनुमान 7.125 फीसदी से कम है। जनवरी 2023 में समूह के शेयरों को तब झटका लगा था जब अमेरिकी शॉर्ट सेलर हिंडनबर्ग रिसर्च ने आरोप लगाए थे, लेकिन ये शेयर सुधर गए जब अमेरिकी जीक्यूजी पार्टनर्स ने समूह के शेयरों में निवेश किया।
अदाणी ग्रीन एनर्जी ने इस लेनदेन पर कोई टिप्पणी नहीं की। बॉन्ड से मिली रकम का इस्तेमाल साल 2019 में जारी 50 करोड़ डॉलर के नोट्स के पुनर्भुगतान में होगा, जो 2024 में चुकाया जाना है। बैंकर ने कहा, बाकी रकम का भुगतान मौजूदा नकदी व हेजिंग पर एमटीएम लाभ के जरिए किया जाएगा।