अदाणी समूह की मूल कंपनी अदाणी एंटरप्राइजेज पात्र संस्थागत नियोजन (क्यूआईपी) के जरिये 2 अरब डॉलर तक जुटाने की अपनी योजना पर अगले महीने की शुरुआत में आगे बढ़ेगी। समूह के आला अधिकारियों ने बताया कि रकम जुटाने की उनकी योजना (निवेशकों के साथ बैठक समेत) पटरी पर है।
अधिकारियों ने कहा, पिछले कुछ हफ्तों में हुए रोड शो के दौरान समूह के आला अधिकारियों ने दुनिया भर के निवेशकों से मुलाकात की और उन्हें शेयर बिक्री पर अच्छी प्रतिक्रिया मिली।
उन्होंने कहा, अमेरिकी शॉर्ट सेलर हिंडनबर्ग रिसर्च की रिपोर्ट का रकम जुटाने की योजना पर असर नहीं पड़ेगा। अधिकारी ने कहा कि रोड शो के दौरान कई दिग्गज निवेशकों ने अदाणी एंटरप्राइजेज की शेयर बिक्री में निवेश करने में रुचि दिखाई।
अदाणी एंटरप्राइजेज के निदेशक मंडल ने इस साल मई में क्यूआईपी के जरिये 16,660 करोड़ रुपये जुटाने की मंजूरी दी थी। सोमवार को अदाणी एंटरप्राइजेज का शेयर एक फीसदी गिरावट के साथ 3,152 रुपये पर बंद हुआ जो हिंडनबर्ग की शनिवार शाम जारी रिपोर्ट के बाद पहला कारोबारी सत्र था। समूह ने हिंडनबर्ग के आरोपों को खारिज करते हुए कहा है कि ये भ्रामक और शरारतपूर्ण हैं।
इस महीने अदाणी समूह की कंपनी अदाणी एनर्जी सॉल्युशंस (बिजली पारेषण कंपनी) ने पात्र संस्थागत नियोजन के जरिये कामयाबी के साथ 8,373 करोड़ रुपये जुटाए जो देश के बिजली क्षेत्र में जुटाई गई सबसे बड़ी रकम है। जुलाई 2015 में अदाणी एंटरप्राइजेज से अलग होने के बाद अदाणी एनर्जी सॉल्युशंस ने क्यूआईपी के जरिये पहली बार रकम जुटाई है। जुलाई में देश की सबसे बड़ी अक्षय ऊर्जा कंपनी अदाणी ग्रीन एनर्जी ने अपने निर्माणाधीन 750 मेगावॉट वाली सौर बिजली परियोजनाओं (राजस्थान व गुजरात) के लिए अंतरराष्ट्रीय लेनदारों के कंसोर्टियम से 40 करोड़ डॉलर जुटाए थे।
अदाणी एंटरप्राइजेज इस रकम का इस्तेमाल नई परियोजनाओं में करेगी। उसकी योजना मौजूदा वित्त वर्ष में 1.3 लाख करोड़ रुपये तक निवेश करने की है। इश राशि का इस्तेमाल पोर्टफोलियो कंपनियों के क्षमता विस्तार पर होगा। उसकी पोर्टफोलियो कंपनियों में अदाणी ग्रीन एनर्जी गुजरात के खावड़ा में विस्तार पर 34,000 करोड़ रुपये का निवेश करेगी।
समूह की योजना अगले 10 साल में एनर्जी ट्रांजिशन और बुनियादी क्षेत्रों में 100 अरब डॉलर तक के निवेश की है। इसमें से वह एयरपोर्ट बिजनेस पर 21 अरब डॉलर निवेश करेगी और वित्त वर्ष 2028 तक अपने एयरपोर्ट बिजनेस को सूचीबद्ध कराने का भी उसका इरादा है। एयरपोर्ट कंपनी अभी अदाणी एंटरप्राइजेज के अधीन है।
अधिकारी ने कहा कि हमारी कई परिसंपत्तियां इस साल पूरी हो जाएंगी। इनमें नवी मुंबई एयरपोर्ट परियोजना भी शामिल है। समूह के पोर्टफोलियो निवेश को मोटे तौर पर परिचालन वाली नकदी से मजबूती मिल रही है और थर्ड पार्टी पूंजी की जरूरत सीमित है। समूह ने वित्त वर्ष 24 में 82,000 करोड़ रुपये की नकदी अर्जित की और उसका अपना नकदी प्रवाह भविष्य की परियोजनाओं में अहम भूमिका निभाएगा।