अदाणी ग्रीन एनर्जी ने गुरुवार को ऐलान किया कि वह पहले से प्रस्तावित अमेरिकी बॉन्ड की पेशकश पर आगे नहीं बढ़ेगी। यह कदम अमेरिकी न्याय विभाग और अमेरिका के प्रतिभूति और विनिमय आयोग के आरोपों के बाद उठाया गया है। कंपनी अनुमानित तौर पर 60 करोड़ डॉलर जुटाने पर विचार कर रही थी।
यह दूसरी बार है जह अदाणी समूह ने संचालन से जुड़ा मसला खड़ा होने पर अपना धन जुटाने का कार्यक्रम टाला है। इससे पहले फरवरी 2023 में उसने हिंडनबर्ग के वित्तीय अनियमितता के आरोपों के बाद अदाणी एंटरप्राइजेज का 20,000 करोड़ रुपये का निर्गम टाल दिया था।
बयान में कहा गया है कि अमेरिका के न्याय विभाग और संयुक्त राज्य प्रतिभूति और विनिमय आयोग ने एक आपराधिक अभियोग जारी किया है और प्रतिभूतियों के बारे में शिकायत बताई है और कहा कि ये क्रमशः न्यू यॉर्क के पूर्वी जिले के जिला न्यायालय में हैं और हमारे बोर्ड के सदस्यों, गौतम अदाणी और सागर अदाणी के खिलाफ हैं। अमेरिका के न्याय विभाग ने हमारे बोर्ड के सदस्य विनीत जैन को भी ऐसे आपराधिक अभियोग में शामिल किया है।
इस सप्ताह की शुरुआत में अदाणी ग्रीन ने घोषणा की थी कि उसकी तीन सहायक कंपनियों ने बतौर निर्गमकर्ता डीबीएस बैंक लिमिटेड, एमिरेट्स एनबीडी बैंक पीजेएससी, फर्स्ट अबू धाबी बैंक पीजेएससी, आईएनजी बैंक एन.वी., सिंगापुर ब्रांच, इंटेसा सानपाउलो एस.पी.ए., लंदन ब्रांच, मिजुहो सिक्योरिटीज (सिंगापुर) को पीटीई. लिमिटेड, एमयूएफजी सिक्योरिटीज ईएमईए पीएलसी, एसएमबीसी निक्को सिक्योरिटीज (हांगकांग) लिमिटेड और भारतीय स्टेट बैंक, लंदन शाखा को बुक रनर के रुप में नियुक्त किया है।
ये संस्थान 18 नवंबर से शुरू होने वाली निश्चित आय निवेशक कॉल की एक श्रृंखला की व्यवस्था करेंगे। अमेरिकी डॉलर-मूल्यवर्ग नियम 144ए / विनियमन एस सीनियर सुरक्षित नोट्स को 20 साल की डोर टू डोर अवधि और ~13.09 साल के साथ पेश किया जाना था।