अदाणी ग्रुप की कंपनी अदाणी एनर्जी सॉल्यूशंस लिमिटेड (AESL) ने शुक्रवार को कहा कि उसने गुजरात में 2,800 करोड़ रुपये का एक पावर ट्रांसमिशन प्रोजेक्ट हासिल किया है। इस प्रोजेक्ट से मुंद्रा, गुजरात में ग्रीन हाइड्रोजन और ग्रीन अमोनिया के निर्माण के लिए ग्रीन इलेक्ट्रॉन की आपूर्ति होगी। AESL ने एक्सचेंज फाइलिंग में इसकी जानकारी दी। कंपनी के लिए यह इस वित्तीय वर्ष में छठा ऑर्डर है, जिसके साथ उसका ऑर्डर बुक 57,561 करोड़ रुपये तक पहुंच गया है।
यह प्रोजेक्ट “मुंद्रा, गुजरात में ग्रीन हाइड्रोजन/अमोनिया निर्माण की संभावना के लिए ट्रांसमिशन सिस्टम” में नवींल (मुंद्रा) इलेक्ट्रिकल सबस्टेशन को अपग्रेड करना शामिल है, जिसमें दो बड़े 765/400kV (किलोवोल्ट) ट्रांसफॉर्मर जोड़े जाएंगे। इसके अलावा, इस सबस्टेशन को भुज सबस्टेशन से जोड़ने के लिए 75 किलोमीटर लंबी 765kV डबल-सर्किट लाइन बनाई जाएगी।
इस प्रोजेक्ट से AESL की कुल ट्रांसमिशन इन्फ्रास्ट्रक्चर में 150 cKM (सर्किट किलोमीटर) ट्रांसमिशन लाइन और 3,000 MVA (मेगावोल्ट-एम्पीयर) ट्रांसफॉर्मेशन क्षमता जुड़ेगी, जिससे यह क्रमशः 25,928 cKM और 87,186 MVA हो जाएगी। AESL ने यह प्रोजेक्ट टैरिफ-बेस्ड कॉम्पिटिटिव बिडिंग (TBCB) मैकेनिज्म के तहत जीता और PFC कंसल्टिंग लिमिटेड बिड प्रक्रिया का समन्वयक था। प्रोजेक्ट SPV को औपचारिक रूप से 20 मार्च, 2025 को AESL को ट्रांसफर कर दिया गया।
बता दें कि AESL भारत की एक प्रमुख निजी क्षेत्र की कंपनी है, जो ऊर्जा के क्षेत्र में काम करती है। यह अदाणी समूह का हिस्सा है और मुख्य रूप से बिजली ट्रांसमिशन, वितरण, स्मार्ट मीटरिंग और कूलिंग सॉल्यूशंस जैसे क्षेत्रों में सक्रिय है। कंपनी का देश में ऊर्जा ढांचे को मजबूत करने और टिकाऊ ऊर्जा समाधान देने के लिए काम करती है। यह भारत में सबसे बड़ी निजी ट्रांसमिशन कंपनी के रूप में जानी जाती है, जो देश भर में व्यापक नेटवर्क के साथ बिजली आपूर्ति को सुचारू बनाती है।
कंपनी का कहना है कि वह आधुनिक तकनीकों का उपयोग करके ऊर्जा क्षेत्र में नवाचार लाने के लिए प्रतिबद्ध है। कंपनी न केवल पारंपरिक बिजली संचरण पर ध्यान देती है, बल्कि नवीकरणीय ऊर्जा परियोजनाओं को भी बढ़ावा देती है। AESL ने कई बड़े पैमाने की परियोजनाओं को सफलतापूर्वक पूरा किया है, जिससे इसकी विश्वसनीयता और क्षमता का पता चलता है। यह कंपनी टैरिफ-बेस्ड कॉम्पिटिटिव बिडिंग (TBCB) के जरिए कई प्रोजेक्ट हासिल करती है, जो इसकी प्रतिस्पर्धी ताकत को दर्शाता है।