12 जून को अहमदाबाद से लंदन जा रही Air India की फ्लाइट AI171 के क्रैश के बाद एयर इंडिया ने अंतरराष्ट्रीय उड़ानों में 15 फीसदी की कटौती करने का फैसला लिया है। ये फैसला अभी से लागू होगा और कम से कम 15 जुलाई तक जारी रहेगा। कंपनी का कहना है कि ये कदम यात्रियों की सुरक्षा और उड़ानों की स्थिरता को ध्यान में रखते हुए लिया गया है। पिछले छह दिनों में एयर इंडिया की 83 फ्लाइट्स रद्द हो चुकी हैं।
एयर इंडिया के पास 33 बोइंग 787-8 और 787-9 विमान हैं। इनमें से 26 विमानों की सुरक्षा जांच पूरी हो चुकी है और उन्हें सेवा के लिए मंजूरी मिल गई है। बाकी विमानों की जांच अगले कुछ दिनों में पूरी कर ली जाएगी। साथ ही एयर इंडिया ने कहा है कि वह अपने बोइंग 777 विमानों की भी अतिरिक्त सुरक्षा जांच करेगी ताकि कोई जोखिम न रहे।
कंपनी ने बताया कि पश्चिम एशिया में बढ़ते तनाव, यूरोप और पूर्वी एशिया के कई देशों में रात के समय उड़ानों पर पाबंदी (नाइट कर्फ्यू), और सुरक्षा जांचों के कारण अंतरराष्ट्रीय उड़ानों में बाधाएं आई हैं। इसके चलते इंजीनियरिंग स्टाफ और पायलट भी अतिरिक्त सावधानी बरत रहे हैं।
12 जून को हुआ यह हादसा भारत के इतिहास की सबसे बड़ी हवाई दुर्घटनाओं में से एक बन गया है। फ्लाइट AI171 अहमदाबाद से लंदन जा रही थी लेकिन टेकऑफ के कुछ ही मिनटों बाद क्रैश हो गई। हादसे में 241 यात्रियों और क्रू की मौत हो गई, साथ ही जमीन पर मौजूद 30 से ज्यादा लोग भी इसकी चपेट में आ गए।
एयर इंडिया ने कहा, “हम अब भी AI171 फ्लाइट में मारे गए 241 यात्रियों और क्रू मेंबर्स के दुख में डूबे हुए हैं। हमारी संवेदनाएं उन सभी परिवारों और समुदायों के साथ हैं जो इस दर्दनाक हादसे से प्रभावित हुए हैं।” कंपनी ने भरोसा दिलाया कि आगे भी सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता दी जाएगी और सभी जरूरी कदम उठाए जाएंगे।