भारती एयरटेल और उसकी सहायक कंपनी भारती हेक्साकॉम लिमिटेड ने दूरसंचार विभाग (डीओटी) को अतिरिक्त 5,985 करोड़ रुपये के बकाया का पहले ही भुगतान कर दिया है। यह बकाया 2024 की नीलामी में हासिल स्पेक्ट्रम से संबंधित था। इस तरह कंपनी ने ऊंची लागत वाले कर्ज को निपटा दिया है। एयरटेल ने बुधवार को यह जानकारी दी।
एयरटेल की सहायक इकाई नेटवर्क आई2आई लिमिटेड ने भी स्वेच्छा से 1 अरब डॉलर मूल्य के पर्पेचुअल बॉन्ड भुनाए हैं। इस भुगतान के बाद एयरटेल ने अब अपने सभी स्पेक्ट्रम बकाया का पहले ही भुगतान कर दिया है। इस पर ब्याज लागत 8.65 प्रतिशत से अधिक थी। दूरसंचार कंपनी ने एक बयान में कहा कि स्पेक्ट्रम देनदारियों का भुगतान उनकी औसत शेष परिपक्वता से लगभग सात वर्ष पहले ही कर दिया गया, जिससे एयरटेल का महंगे कर्ज का जोखिम घट गया है।
एयरटेल ने अब चालू वित्त वर्ष 2025 के लिए ऊंची लागत वाली स्पेक्ट्रम देनदारियों के 25,981 करोड़ रुपये का भी पूर्व भुगतान कर दिया है और इस तरह उसने 66,665 करोड़ रुपये की कुल स्पेक्ट्रम देनदारियों को पहले निपटा दिया है।
इस कदम के बाद दूरसंचार कंपनी ने स्पेक्ट्रम देनदारियों पर अपने ऋण की लागत को भी घटाकर औसतन लगभग 7.22 प्रतिशत कर लिया है जो कि समायोजित सकल राजस्व बकाया को छोड़कर शेष 52,000 करोड़ रुपये की देनदारियों पर है।
इससे पहले एयरटेल की ओर से समय पूर्व भुगतान पिछले वर्ष दिसंबर में किया गया था। तब उसने 2016 में खरीदे गए स्पेक्ट्रम के लिए सरकार को देय सभी बकाया के मद में 3,626 करोड़ रुपये चुकाए थे।