डीपसीक के एआई मॉडल के इस्तेमाल पर छिड़ी बहस के बीच ओला के संस्थापक भवीश अग्रवाल ने मंगलवार को कहा कि कंपनी के ओपन सोर्स मॉडल का उपयोग कोई भी कर सकता है। कृत्रिम ने भारत में एनवीडिया की एच100 ग्राफिक्स प्रसंस्करण इकाइयों में चीनी कंपनी डीपसीक के नवीनतम फाउंडेशन मॉडल आर-1 671बी को तैनात किया है।
अग्रवाल ने एक्स पर लिखी एक पोस्ट में कहा, ‘भारत में हमें डीपसीक ऐप का इस्तेमाल करते समय सतर्क रहने की जरूरत है। वैसे, यदि भारतीय सर्वर पर सुरक्षित तरीके से तैनात किया जाता है तो एआई क्षेत्र में प्रगति करने के लिए हम ओपन सोर्स मॉडल का उपयोग खुल कर कर सकते हैं।’
उन्होंने कहा कि फरवरी महीने के लिए फाउंडेशन मॉडल सभी भारतीय डेवलपर्स के लिए प्रति दस लाख टोकन पर एक रुपये की कीमत पर उपलब्ध होगा। कृत्रिम की तुलना में डेवलपर्स लामा-3-8बी-इंस्ट्रक्ट का इस्तेमाल 16.60 रुपये प्रति दस लाख टोकन के हिसाब से करते हैं। इसी प्रकार गूगल का जेम्मा-27बी 66.40 रुपये प्रति दस लाख टोकन और हगिंग फेसेस एम4/आईडिफिक्स2-8बी 16.60 रुपये प्रति दस लाख टोकन की कीमत पर इस्तेमाल किया जा सकता है। इस महीने की शुरुआत में अग्रवाल ने ऐलान किया था कि कृत्रिम उस काम का ओपन सोर्सिंग करेगा जो उनकी कंपनी ने पिछले साल किया था। ओला के संस्थापक ने उस समय कहा था, ‘हमारा ध्यान भारत के लिए एआई विकसित करने पर है। हम भारतीय भाषाओं के अनुकूल, डेटा संकट और सांस्कृतिक संदर्भ में बेहतर काम वाला एआई विकसित करने की कोशिश कर रहे हैं।’
भवीश ने उस समय यह भी ऐलान किया था कि कृत्रिम को एनवीडिया के जीबी200 जीपीयू पर मार्च तक तैनात कर दिया जाएगा और जो इस साल के अंत तक इसे भारत में सबसे बड़ा सुपरकंप्यूटर बना देगा।
अग्रवाल ने एक्स पर लिखी एक पोस्ट में तब यह भी कहा था, ‘अभी हम वैश्विक मानक के आगे कहीं भी नहीं ठहरते हैं लेकिन पिछले एक साल में हमने इस दिशा में अच्छी खासी तरक्की की है। अपने मॉडल को ओपन सोर्सिंग कर हम उम्मीद कर रहे हैं कि पूरा भारतीय एआई समुदाय विश्वस्तरीय भारतीय एआई पारिस्थितिकी तंत्र विकसित करने के लिए एक साथ आएगा।’
कृत्रिम को अप्रैल 2023 में शुरू करने के बाद कंपनी ने पिछले साल जनवरी में दावा किया था कि उसने यूनिकॉर्न की हैसियत हासिल कर ली है। जिस भी स्टार्टअप का मूल्य 1 अरब डॉलर या उससे अधिक पहुंच जाता है, उसे यूनिकॉर्न कहा जाता है।
भवीश अग्रवाल और एएनआई टेक्नोलॉजीज के बोर्ड सदस्य कृष्णमूर्ति वेणुगोपाल टेन्नेटी द्वारा शुरू की गई कंपनी ने दो लार्ज लैंग्वेज मॉडल कृत्रिम-1 और कृत्रिम-2 शुरू करने का पहले ही ऐलान कर दिया था।