बजाज हाउसिंग फाइनेंस ने FY25 की चौथी तिमाही (Q4FY25) के नतीजे घोषित किए, जिसमें कंपनी का नेट प्रॉफिट साल दर साल 54% बढ़कर ₹587 करोड़ हो गया। पिछले साल यह ₹381 करोड़ था। इस तिमाही में कंपनी की नेट इंटरेस्ट इनकम (NII) 31% बढ़कर ₹823 करोड़ रही, जो कि Q4FY24 में ₹629 करोड़ थी।
कंपनी की ऑपरेशन से कुल आय इस तिमाही में ₹2,508 करोड़ रही, जो पिछले साल के ₹1,986 करोड़ से 26% ज्यादा है। FY25 के लिए NII में भी 20% की बढ़त हुई और यह ₹3,007 करोड़ तक पहुंच गई, जो FY24 में ₹2,510 करोड़ थी।
Q4FY25 के लिए ऑपरेटिंग खर्चों का अनुपात नेट आय से 21.7% रहा, जो कि पिछले साल इसी तिमाही में 27% था। इसका मतलब है कि कंपनी ने अपने खर्चों को अच्छी तरह से नियंत्रित किया है।
इस तिमाही में कंपनी ने ₹30 करोड़ के लोन लॉस और प्रावधान किए, जो कि पिछले साल के ₹35 करोड़ से कम हैं। इसका मतलब यह है कि कंपनी के फंसे हुए कर्ज की स्थिति में सुधार हुआ है।
बजाज हाउसिंग फाइनेंस का एसेट अंडर मैनेजमेंट (AUM) इस तिमाही में ₹1,14,684 करोड़ रहा, जो पिछले तिमाही के ₹91,370 करोड़ से 26% अधिक है। साथ ही, कंपनी ने इस तिमाही में ₹14,254 करोड़ के लोन डिस्बर्स किए, जो पिछले साल के ₹11,393 करोड़ से 25% ज्यादा है।
बजाज हाउसिंग फाइनेंस के शेयर की कीमत ₹131.85 प्रति शेयर पर बंद हुई, जो पिछले बंद ₹131.20 से 0.50% की मामूली बढ़त दर्शाती है।