भारत सरकार की कंपनी भारत हेवी इलेक्ट्रिकल्स लिमिटेड (BHEL) ने शुक्रवार को कहा कि उसने गुजरात में उकाई सुपरक्रिटिकल थर्मल पावर प्लांट में 800 मेगावाट की एक यूनिट लगाने के लिए 7,500 करोड़ रुपये का ऑर्डर हासिल किया है। यह ऑर्डर गुजरात स्टेट इलेक्ट्रिसिटी कॉर्पोरेशन लिमिटेड (GSECL) ने BHEL को दिया है। यह यूनिट 54 महीनों के भीतर काम करना शुरू कर देगी। कंपनी ने एक बयान जारी कर इसकी जानकारी दी।
बयान के अनुसार, BHEL ने अंतरराष्ट्रीय प्रतिस्पर्धी बोली (international competitive bidding) के तहत एक ऑर्डर हासिल किया है, जिसमें गुजरात के तापी जिले में 1×800 मेगावाट उकाई सुपरक्रिटिकल थर्मल पावर प्लांट (Unit-7) को इंजीनियरिंग, प्रोक्योरमेंट और कंस्ट्रक्शन (EPC) आधार पर स्थापित करना शामिल है। खास बात यह है कि प्रस्तावित यूनिट मौजूदा राख डाइक एरिया पर स्थापित की जाएगी।
इस परियोजना में BHEL डिजाइन, इंजीनियरिंग, विनिर्माण, आपूर्ति, परीक्षण और कमीशनिंग के लिए EPC पैकेज जैसे काम को पूरा करेगा। साथ ही सभी आवश्यक इलेक्ट्रिकल, सिविल और स्ट्रक्चर वर्क भी इसमें शामिल हैं। खास बात यह है कि उकाई में पहली थर्मल यूनिट भी BHEL ने 1976 में स्थापित की थी, जो दशकों के सफल सहयोग को दर्शाती है।
ऑर्डर के बाद, BHEL के शेयर 3.48 प्रतिशत बढ़कर दिन के उच्चतम स्तर 213.65 रुपये पर पहुंच गए। आखिरी बार चेक करने पर, शेयर 2.81 प्रतिशत की बढ़त के साथ 212.25 रुपये पर था। इस कीमत पर, यह साल-दर-साल आधार पर 8.98 प्रतिशत नीचे आ चुका है।
आज लगभग 3.57 लाख शेयरों का लेन-देन होता देखा गया। यह संख्या पिछले दो हफ्तों के औसत 4.91 लाख शेयरों से कम थी। काउंटर पर कारोबार (turnover) 7.53 करोड़ रुपये रहा, और कंपनी का बाजार पूंजीकरण (market capitalisation या m-cap) 73,854.56 करोड़ रुपये रहा। वहां 14,14,217 बिक्री ऑर्डर थे, जबकि खरीद ऑर्डर 1,80,483 शेयरों के थे।
भारत हेवी इलेक्ट्रिकल्स लिमिटेड (BHEL) भारत की एक प्रमुख सरकारी कंपनी है, जो बिजली उपकरण निर्माण के क्षेत्र में अग्रणी है। 1964 में स्थापित, यह कंपनी भारत सरकार के भारी उद्योग मंत्रालय के अधीन संचालित होती है। BHEL का मुख्यालय नई दिल्ली में स्थित है और यह देश की ऊर्जा जरूरतों को पूरा करने में महत्वपूर्ण योगदान देती है। यह बिजली संयंत्र उपकरणों जैसे टरबाइन, जेनरेटर, बॉयलर और अन्य सहायक उपकरणों के डिजाइन, निर्माण और आपूर्ति करती है।
BHEL ने देश भर में 1,70,000 मेगावाट से अधिक बिजली उत्पादन क्षमता स्थापित की है, जो भारत की ऊर्जा सुरक्षा और आत्मनिर्भरता को मजबूत करती है। कंपनी थर्मल, हाइड्रो और परमाणु बिजली परियोजनाओं के लिए उपकरण बनाती है। इसके अलावा, यह नवीकरणीय ऊर्जा और औद्योगिक सेक्टर में भी सक्रिय है।