टायर बनाने वाली कंपनी सिएट का ऑफ हाईवे टायर (ओएचटी) कारोबार – सिएट स्पेशियलिटी – वैश्विक ओएचटी बाजार में अपने पांव बढ़ा रहा है। ऑफ हाईवे टायर वे टायर होते हैं जिनको उबड़-खाबड़, पथरीली या कीचड़ वाले क्षेत्र में चलने के लिहाज से बनाया जाता है। कंपनी का लक्ष्य अगले कुछ वर्षों में राजस्व में 70 फीसदी निर्यात से और 30 प्रतिशत घरेलू क्षेत्र से राजस्व हासिल करने पर है।
कंपनी अपनी बाजार हिस्सेदारी मजबूत करने के लिए उत्पादन क्षमता बढ़ा रही है, अनुसंधान और विकास (आरऐंडडी) में निवेश कर रही है और स्थिरता पर ध्यान दे रही है। कंपनी 100 से अधिक देशों में अपने टायरों का निर्यात करती है और उसकी कुल बिक्री में फिलहाल निर्यात की हिस्सेदारी 50 फीसदी है।
सिएट स्पेशियलिटी का अंतरराष्ट्रीय विस्तार का निर्णय ओएचटी समाधान की वैश्विक दिग्गज कंपनी कैम्सो के अधिग्रहण से जुड़ा है। इस अधिग्रहण से सिएट की उत्तर अमेरिका और यूरोपीय संघ में दमदार मौजूदगी हुई है। ये बाजार अनुकूल मार्जिन और दमदार क्षमता के कारण प्रमुख क्षेत्र है।
सिएट स्पेशियलिटी के मुख्य कार्य अधिकारी अमित तोलानी ने कहा, ‘अंतरराष्ट्रीय बाजार में अपने कारोबार पर ध्यान केंद्रित करने का निर्णय कैम्सो के अधिग्रहण से जुड़ा है, जिसका यूरोपीय संघ और उत्तर अमेरिका में दमदार परिचालन है। प्रस्तावित अधिग्रहण के कारण हम इन क्षेत्रों की ओर अपने व्यापार में बदलावों की उम्मीद करते हैं। इन बाजारों में काफी अच्छा मार्जिन है। लिहाजा, वृद्धि की रणनीति के लिहाज से वे काफी बेहतर हैं।’
अमेरिका और यूरोप के अलावा सिएट की नजर लैटिन अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया और एशिया के कुछ हिस्सों में भी है जहां ओएचटी की मांग तेजी से बढ़ रही है। अंबरनाथ संयंत्र में कंपनी के विस्तार का मुख्य कारण इसकी अंतरराष्ट्रीय कारोबार की रणनीति है।
तोलानी ने कहा, ‘अंबरनाथ संयंत्र में हमारी विस्तार योजना अंतरराष्ट्रीय कारोबार के कारण है क्योंकि हमारा मानना है कि इससे हमें वैश्विक अवसरों का लाभ उठाने में मदद मिलेगी और सतत वृद्धि के साथ हम अच्छी स्थिति में आएंगे।’ निर्यात आधारित वृद्धि को बढ़ावा देने के लिए सिएट स्पेशियलिटी अपने अंबरनाथ संयंत्र की उत्पादन क्षमता बढ़ा रही है। सिएट के चारों संयंत्रों की रोजाना की उत्पादन क्षमता कुल 500 टन है और कैम्सो के अधिग्रहण से इसमें 350 टन की वृद्धि हो गई है जिससे सिएट अपनी उल्लेखनीय वृद्धि के लिए तैयार हो रही है।