नैस्डैक में सूचीबद्ध आईटी सेवा प्रदाता कॉग्निजेंट (Cognizant) ने घोषणा की है कि फर्म के मुख्य वित्तीय अधिकारी जतिन दलाल ने विप्रो (Wipro) की ओर से दायर गैर-स्पर्धी मुकदमे में समझौता कर लिया है। समझौते की शर्तें गोपनीय हैं। कंपनी ने एक बयान में कहा है कि इस निपटारे में दलाल और विप्रो के बीच सभी लंबित विवादों का समाधान हो गया है।
कॉग्निजेंट ने दलाल के निपटान के संबंध में 505,087 डॉलर (करीब 4.1 करोड़ रुपये) का भुगतान किया है। कॉग्निजेंट द्वारा दाखिल 8-के में कहा गया है, ‘कॉग्निजेंट टेक्नोलॉजी सॉल्युशंस कॉरपोरेशन के निदेशक मंडल की कंपनसेशन एंड ह्यूमेन कैपिटल कमेटी ने कंपनी के मुख्य वित्तीय अधिकारी जतिन दलाल को उनकी पूर्व नियोक्ता विप्रो द्वारा किए गए मुकदमे और संबंधित मध्यस्थता के निपटारे के संबंध में कंपनी के 505,087 डॉलर के भुगतान को मंजूरी दी है।’
नियामकीय सूचना में कहा गया है कि कंपनी के भुगतान में दलाल द्वारा विप्रो को किया गया निपटान भुगतान और उसकी कानूनी फीस की प्रतिपूर्ति शामिल है। दलाल ने एक बयान में कहा, ‘मैं विप्रो के साथ अपनी यात्रा के लिए आभारी हूं और मुझे खुशी है कि यह मामला निपट गया है। मैं अपने ग्राहकों, कर्मचारियों और शेयरधारकों को मूल्य प्रदान करते हुए कॉग्निजेंट के वृद्धि एजेंडे को आगे बढ़ाने के लिए प्रयासरत हूं।’
विप्रो के अध्यक्ष एवं मुख्य मानव संसाधन अधिकारी सौरभ गोविल ने कहा, ‘हम इस मामले का निपटारा कर बेहद उत्साहित हैं। हमें खुशी है कि अपने कानूनी अधिकारों की रक्षा करते हुए इस मुद्दे को सुलझा लिया गया है। हम जतिन को उनके भविष्य के प्रयासों के लिए शुभकामनाएं देते हैं।’
कॉग्निजेंट ने इसकी भी पुष्टि की है कि विप्रो और मोहम्मद हक के बीच मुकदमे के संबंध में भी इसी तरह का समझौता हो गया है। दलाल ने 21 वर्षों तक विप्रो में काम करने के बाद सितंबर 2023 में इस्तीफा दे दिया और एक आश्चर्यजनक घोषणा के तहत दिसंबर में सीएफओ के रूप में प्रतिद्वंद्वी कॉग्निजेंट में शामिल हो गए। दिसंबर में विप्रो ने बेंगलूरु सिटी के सिविल कोर्ट में दलाल के खिलाफ मामला दर्ज कराया था।