facebookmetapixel
रेट कट का असर! बैंकिंग, ऑटो और रियल एस्टेट शेयरों में ताबड़तोड़ खरीदारीTest Post कैश हुआ आउट ऑफ फैशन! अक्टूबर में UPI से हुआ अब तक का सबसे बड़ा लेनदेनChhattisgarh Liquor Scam: पूर्व CM भूपेश बघेल के बेटे चैतन्य को ED ने किया गिरफ्तारFD में निवेश का प्लान? इन 12 बैंकों में मिल रहा 8.5% तक ब्याज; जानिए जुलाई 2025 के नए TDS नियमबाबा रामदेव की कंपनी ने बाजार में मचाई हलचल, 7 दिन में 17% चढ़ा शेयर; मिल रहे हैं 2 फ्री शेयरIndian Hotels share: Q1 में 19% बढ़ा मुनाफा, शेयर 2% चढ़ा; निवेश को लेकर ब्रोकरेज की क्या है राय?Reliance ने होम अप्लायंसेस कंपनी Kelvinator को खरीदा, सौदे की रकम का खुलासा नहींITR Filing 2025: ऑनलाइन ITR-2 फॉर्म जारी, प्री-फिल्ड डेटा के साथ उपलब्ध; जानें कौन कर सकता है फाइलWipro Share Price: Q1 रिजल्ट से बाजार खुश, लेकिन ब्रोकरेज सतर्क; क्या Wipro में निवेश सही रहेगा?Air India Plane Crash: कैप्टन ने ही बंद की फ्यूल सप्लाई? वॉयस रिकॉर्डिंग से हुआ खुलासा

India AI मिशन की रा​शि से डीपटेक स्टार्टअप को मिलेगा बढ़ावा

केंद्रीय मंत्रिमंडल ने पिछले सप्ताह भारत एआई मिशन के मद में पांच साल के लिए 10,372 करोड़ रुपये के व्यय को मंजूरी दी थी।

Last Updated- March 12, 2024 | 11:33 PM IST
AI केंद्रित स्टार्टअप के लिए 2,000 करोड़ रुपये की योजना अगले वित्त वर्ष मेंः अधिकारी , Rs 2,000 crore planned for AI-focused startups in next financial year: Officials

हाल में घोषित इंडिया आर्टिफिशल इंटेलिजेंस (एआई) मिशन के जरिये डीपटेक स्टार्टअप पर सरकार का ध्यान इस क्षेत्र के लिए निवेश का अनुकूल माहौल बनाने के लिए अच्छी शुरुआत है। उद्योग के हितधारकों ने यह जानकारी दी है। विशेषज्ञों का कहना है कि मिशन में इन कंपनियों द्वारा अनुसंधान एवं विकास (आरऐंडडी) में तेजी लाने पर जोर दिया गया है जिससे नवाचार को बढ़ावा मिलेगा और इस क्षेत्र में नए कारोबारी मॉडल तैयार होंगे।

केंद्रीय मंत्रिमंडल ने पिछले सप्ताह भारत एआई मिशन के मद में पांच साल के लिए 10,372 करोड़ रुपये के व्यय को मंजूरी दी थी। इसका उद्देश्य सार्वजनिक-निजी भागीदारी (पीपीपी) के जरिये एआई में नवाचार को बढ़ावा देना है। इसमें से करीब 2,000 करोड़ रुपये डीपटेक स्टार्टअप कंपनियों की वित्तीय सहायता के लिए रखे गए हैं जिससे कि इन कंपनियों में अनुसंधान एवं विकास में तेजी लाई जा सके।

यह कदम देश में डीपटेक स्टार्टअप कंपनियों को बेहद जरूरी वित्तीय सहायता प्रदान करेगा। संस्थापकों का कहना है कि वित्तीय सहायता की कमी इस क्षेत्र में नवाचार के लिए प्रमुख बाधा रही है। डीपटेक एंटरप्राइज सॉफ्टवेयर-एज-सर्विस (सास) क्षेत्र की स्टार्टअप – ट्विन के संस्थापक और मुख्य कार्य अधिकारी अवि दहिया ने कहा कि उनकी (डीपटेक स्टार्टअप कंपनियों की) परियोजनाओं की जटिल प्रकृति, बड़ा विकास चक्र और इनमें दिखने वाला जो​खिम, इन सभी की वजह से उन्हें बार-बार नकारा जाता है।

उद्योग के अनुमान के अनुसार फिलहाल भारत में लगभग 3,000 डीपटेक स्टार्टअप काम कर रही हैं। इनमें से 20 प्रतिशत से भी कम स्टार्टअप यथोचित वित्तीय सहायता प्राप्त कर पाई हैं। उद्योग के हितधारकों का कहना है कि इस क्षेत्र के लिए बजट में 2,000 करोड़ रुपये का आवंटन देश में निवेश का अनुकूल माहौल बनाने की दिशा में अच्छी शुरुआत है।

डीपटेक इंटरनेट ऑफ थिंग्स (आईओटी) क्षेत्र की स्टार्टअप डेटॉम्स के संस्थापक और मुख्य कार्याधिकारी अमिय कुमार सामंतरे ने कहा कि हालांकि 2,000 करोड़ रुपये बहुत बड़ी रकम नहीं है, लेकिन इसने देश की उद्यम पूंजी या निवेश के तंत्र के लिए दिशा तय कर दी है।

First Published - March 12, 2024 | 11:33 PM IST

संबंधित पोस्ट