facebookmetapixel
Test Post कैश हुआ आउट ऑफ फैशन! अक्टूबर में UPI से हुआ अब तक का सबसे बड़ा लेनदेनChhattisgarh Liquor Scam: पूर्व CM भूपेश बघेल के बेटे चैतन्य को ED ने किया गिरफ्तारFD में निवेश का प्लान? इन 12 बैंकों में मिल रहा 8.5% तक ब्याज; जानिए जुलाई 2025 के नए TDS नियमबाबा रामदेव की कंपनी ने बाजार में मचाई हलचल, 7 दिन में 17% चढ़ा शेयर; मिल रहे हैं 2 फ्री शेयरIndian Hotels share: Q1 में 19% बढ़ा मुनाफा, शेयर 2% चढ़ा; निवेश को लेकर ब्रोकरेज की क्या है राय?Reliance ने होम अप्लायंसेस कंपनी Kelvinator को खरीदा, सौदे की रकम का खुलासा नहींITR Filing 2025: ऑनलाइन ITR-2 फॉर्म जारी, प्री-फिल्ड डेटा के साथ उपलब्ध; जानें कौन कर सकता है फाइलWipro Share Price: Q1 रिजल्ट से बाजार खुश, लेकिन ब्रोकरेज सतर्क; क्या Wipro में निवेश सही रहेगा?Air India Plane Crash: कैप्टन ने ही बंद की फ्यूल सप्लाई? वॉयस रिकॉर्डिंग से हुआ खुलासाPharma Stock एक महीने में 34% चढ़ा, ब्रोकरेज बोले- बेचकर निकल जाएं, आ सकती है बड़ी गिरावट

DGCA Safety Report: हवाई क्षेत्र में विमानों के पास आने की घटनाएं कम हुईं

विमान सुरक्षा में बड़ी प्रगति, ग्राउंड प्रॉक्सिमिटी वार्निंग सिस्टम की चेतावनियों में 92% की गिरावट दर्ज

Last Updated- September 04, 2024 | 10:55 PM IST
Big step by DGCA, after recent accidents there will be special audit of flight training organizations DGCA का बड़ा कदम, हालिया दुर्घटनाओं के बाद उड़ान प्रशिक्षण संगठनों का होगा विशेष ऑडिट

हवाई क्षेत्र में विमानों के नजदीक आने की घटनाओं में पिछले दो साल के मुकाबले साल 2023 में 25 प्रतिशत तक की कमी आई है। ऐसी घटनाएं तब होती हैं, जब दो विमान हवा में उड़ते हुए काफी नजदीक आ जाते हैं और उनके टकराने का खतरा हो जाता है। नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (डीजीसीए) ने बुधवार को यह जानकारी दी।

नियामक ने यह भी कहा कि ग्राउंड प्रॉक्सिमिटी वार्निंग सिस्टम (जीपीडब्ल्यूएस) की चेतावनियों की संख्या भी इस दौरान 92 प्रतिशत तक कम हो गई हैं। चेतावनी प्रणाली ऐसी विमान सुरक्षा सुविधा है, जो विमान के जमीन पर दुर्घटनाग्रस्त होने के खतरे की सूचना पायलटों को देती है।

नियामक ने साल 2023 में हुई ऐसी घटनाओं की सटीक संख्या का खुलासा नहीं किया लेकिन कहा कि ऐसी घटनाओं में कमी ने राष्ट्रीय विमानन सुरक्षा योजना (एनएएसपी) के तहत निर्धारित लक्ष्यों को पूरा करने में उसकी सहायता की है। विमानन सुरक्षा योजना के तहत सालाना कई लक्ष्य निर्धारित किए जाते हैं, जिनका आकलन डीजीसीए अपनी वार्षिक सुरक्षा समीक्षा के जरिये करता है।

इस समीक्षा के संबंध में डीजीसीए ने कहा, ‘आंकड़ों से संचालित यह दृष्टिकोण विमानन क्षेत्र की वृद्धि की राह में सुरक्षा संस्कृति में मजबूती सुनिश्चित करता है और आने वाले सुरक्षा मसलों की पहचान करने तथा मौजूदा प्रक्रियाओं को लगातार सुधार की मजबूत सुविधा मुहैया कराता है।’

डीजीसीए ने कहा, ‘पिछले दो वर्षों से तुलना करने पर सुरक्षा प्रदर्शन के इस आकलन संकेत मिलता है कि भारतीय हवाई क्षेत्र में प्रति 10 लाख उड़ानों में जोखिम वहन करने वाले एयरप्रॉक्स (हवा में पास आने की घटनाओं) की संख्या में 25 प्रतिशत तक की कमी आई है और लक्ष्य हासिल हुआ है।’ नियामक ने कहा ‘⁠प्रति 10,000 प्रस्थानों पर जीपीडब्ल्यूएस/ ईजीपीडब्ल्यूएस चेतावनी की संख्या में 92 प्रतिशत तक की कमी आई है और लक्ष्य हासिल हुआ है।

First Published - September 4, 2024 | 10:55 PM IST

संबंधित पोस्ट