हिंदुस्तान जिंक ने शुक्रवार को कहा कि उसने राजस्थान सरकार की नीलामी में गोल्ड माइनिंग ब्लॉक के लिए कम्पोजिट लाइसेंस हासिल किया है। कंपनी ने कहा कि दुगोचा गोल्ड ब्लॉक के लिए उसे तरजीही बोलीदाता घोषित किया गया है। इसकी पुष्टि राजस्थान के खनन और भूगर्भ विभाग ने 15 नवंबर की अधिसूचना में की है।
कंपनी की विज्ञप्ति में कहा गया है कि ऐसी रणनीतिक उपलब्धि हिंदुस्तान जिंक की वृद्धि यात्रा में अहम पड़ाव है और इससे कीमती धातुओं के क्षेत्र में उसकी अग्रणी स्थिति मजबूत बनती है। हिंदुस्तान जिंक के सीईओ अरुण मिश्र ने कहा कि दुगोचा गोल्ड ब्लॉक का मिलना रणनीतिक खनिज खोज में हमारी ताकत का एक प्रमाण है। कंपनी ने कहा कि यह उपलब्धि मजबूत खनन क्षमता के साथ उच्च गुणवत्ता वाली परिसंपत्तियां हासिल करने की हिंदुस्तान जिंक की दीर्घावधि रणनीति के अनुसार है।
राजस्थान के सलूंबर में मौजूद यह ब्लॉक 472 हेक्टेयर में फैला है और अभी अन्वेषण के जी-3 स्तर पर है। यहां 1.63 प्रति ग्राम प्रति टन सोने के साथ 17.4 लाख टन संसाधन होने का अनुमान है। इस महीने हिंदुस्तान जिंक को आंध्र प्रदेश और तमिलनाडु में टंगस्टन और इससे जुड़े दो धातु ब्लॉक के लिए भी तरजीही बोलीदाता घोषित किया गया था।