प्राइवेट इक्विटी फर्म वारबर्ग पिंकस अब IDFC फर्स्ट बैंक में 10% तक हिस्सेदारी खरीदने की तैयारी में है। इसके लिए कंपनी ने भारत की प्रतिस्पर्धा आयोग (CCI) से मंज़ूरी मांगी है। यह निवेश अमेरिका स्थित वारबर्ग पिंकस की सहयोगी कंपनी Currant Sea Investments BV के ज़रिए किया जाएगा।
CCI में 28 अप्रैल को दायर नोटिस के मुताबिक Currant Sea Investments BV, IDFC फर्स्ट बैंक के 9.99% शेयर खरीदेगी। ये शेयर “कंपल्सरी कनवर्टिबल क्यूम्यूलेटिव प्रेफरेंस शेयर्स” (CCPS) होंगे, जिनकी संख्या 81,26,94,722 है। ये डील ‘कॉम्पिटीशन एक्ट 2002’ की धारा 5(a)(i)(A) के तहत CCI को सूचित की गई है।
इसी बैंक में अबू धाबी इनवेस्टमेंट अथॉरिटी (ADIA) की एक यूनिट, Platinum Invictus B 2025 RSC Ltd भी निवेश करने जा रही है। ADIA की यह कंपनी 43.72 करोड़ प्रेफरेंस शेयर्स खरीदेगी। यदि यह डील भी होती है, तो Currant Sea की हिस्सेदारी घटकर 9.48% रह जाएगी।
नोटिस में बताया गया है कि यह निवेश भारत में प्रतिस्पर्धा के माहौल को प्रभावित नहीं करेगा। Warburg Pincus और IDFC फर्स्ट बैंक की सेवाओं में जो समानताएं हैं, उन्हें भी ध्यान में रखा गया है, जैसे:
IDFC फर्स्ट बैंक ने पिछले महीने ही Currant Sea Investments से ₹4,876 करोड़ और Platinum Invictus से ₹2,624 करोड़ की प्रेफरेंशियल इक्विटी जारी करने को मंज़ूरी दे दी थी। इस रकम से बैंक अपने ग्रोथ के अगले चरण में प्रवेश करना चाहता है। (PTI के इनपुट के साथ)