द्रविड़ विकास मॉडल पर ध्यान केंद्रित करते हुए तमिलनाडु, शोध एवं विकास और प्रॉडक्ट नेशन यानी उत्पाद राष्ट्र के व्यापक नजरिये के सहारे बड़ी छलांग लगाने की तैयारी में है। तमिलनाडु के उद्योग मंत्री टीआरबी राजा ने आज चेन्नई में बिज़नेस स्टैंडर्ड तमिलनाडु राउंड टेबल 2025 में कहा कि इस रणनीति का मकसद सूक्ष्म, लघु एवं मझोले उपक्रमों को ताकत देना है जिससे राज्य नवाचार के जरिये ज्ञान आधारित अर्थव्यवस्था बन जाएगा।
किसी क्षेत्र को तब प्रॉडक्ट नेशन कहा जाता है जब वह शुद्ध आयातक नहीं रहता बल्कि ऊंची कीमत वाला ब्रांडेड सामान बनाकर और निर्यात कर शुद्ध उत्पादक बन जाता है। ‘मेकिंग इन तमिलनाडु फॉर द वर्ल्ड’ पर जोर देते हुए मंत्री ने अहम भू-राजनीतिक मसलों पर केंद्र और राज्यों के बीच समन्वय बढ़ाने के महत्त्व को रेखांकित किया। इस संदर्भ में उन्होंने केंद्र सरकार के कुछ हालिया कदमों का हवाला दिया। उन्होंने उम्मीद जताई कि अमेरिका के मौजूदा हालात तमिलनाडु के लिए लाभदायक साबित होंगे। राज्य योजना आयोग और गाइडेंस तमिलनाडु के साथ आयोजित यह राउंड टेबल ‘रीइमेजनिंग तमिलनाडु: पाथ टु नॉलेज इकॉनमी’ यानी तमिलनाडु की पुनर्कल्पना: ज्ञान आधारित अर्थव्यवस्था की राह, थीम पर आधारित थी।
राजा ने अपने आरंभिक भाषण से इतर अनौपचारिक बातचीत में कहा, ‘मुझे पता है कि प्रॉडक्ट नेशन केवल दो शब्दों से बना है और बहुत छोटा प्रतीत होता है। मगर मैं जानता हूं कि उद्योग जगत इन दो शब्दों की गहराई को समझता है। अर्थव्यवस्था को संभावित गति, नए विचारों की उपलब्धता को संभावित गति, एमएसएमई के लिए नए अवसर आदि इसमें शामिल हैं। एमएसएमई को सक्षम बनाने से नवाचार भी बढ़ेंगे। एमएसएमई को सक्षम बनाना नवाचर बढ़ाने का सबसे अच्छा तरीका है क्योंकि अधिकांश नवाचार एमएसएमई में ही होता है न कि बड़े औद्योगिक स्तर पर।’
अमेरिका के हालिया शुल्क संबंधी कदमों पर राजा ने कहा, ‘वे सबकुछ अपने दम पर करना चाहते हैं। मुझे नहीं लगता कि ऐसा करना सही है, खास तौर पर तब जबकि ऐसे बड़े भू-राजनीतिक मुद्दे सामने हैं। अमेरिका में क्या हो रहा है यह सब समझ रहे हैं। मुझे लगता है कि इससे तमिलनाडु, महाराष्ट्र और कर्नाटक जैसे राज्यों को फायदा होगा।’ इससे पहले उन्होंने मेकिंग इन तमिलनाडु फॉर द वर्ल्ड पर जोर देते हुए कहा कि बेहतरीन शोध एवं विकास, डिजाइन, विनिर्माण और शिक्षा से इसमें मदद मिलेगी। उन्होंने कहा कि विनिर्माण के क्षेत्र में राज्य की प्रतिभाएं जापान के स्तर की हैं। उन्होंने कहा, ‘हमारी सेवाएं विश्वस्तरीय हैं, हमारी विनिर्माण प्रतिभा जापान के समान है। जापान के लोग तमिलनाडु आकर देख रहे हैं कि कैसे हमारी फैक्टरियां कैसे उत्कृष्ट काम कर रही हैं।’
आरंभिक सत्र में गाइडेंस के प्रबंध निदेशक और मुख्य कार्यकारी अधिकारी दारेज अहमद और राज्य योजना आयोग के पूर्ण कालिक सदस्य आर श्रीनिवासन ने भी हिस्सा लिया।