देश के आठ प्रमुख शहरों में बीते साल हल्की विनिर्माण गतिविधियों के लिए पट्टे पर औद्योगिक स्थल की मांग 23 प्रतिशत बढ़कर 1.59 करोड़ वर्ग फुट हो गई। रियल एस्टेट परामर्श कंपनी कुशमैन एंड वेकफील्ड (सीएंडडब्ल्यू) की एक रिपोर्ट में कहा गया है कि अनुकूल सरकारी नीतियों की वजह से हल्की विनिर्माण गतिविधियों के लिए औद्योगिक स्थल की मांग बढ़ी है। साल 2022 में औद्योगिक क्षेत्र को पट्टे 1.29 करोड़ वर्ग फुट स्थल दिया गया था।
सीएंडडब्ल्यू की बृहस्पतिवार को जारी वार्षिक ‘लॉजिस्टिक्स एंड इंडस्ट्रियल रिपोर्ट (एलएंडआई) के अनुसार, आठ प्रमुख शहरों में पट्टे पर औद्योगिक स्थल की मांग में पुणे का हिस्सा 53 प्रतिशत और चेन्नई का 24 प्रतिशत रहा है।
आंकड़ों के अनुसार, पुणे में पट्टे पर औद्योगिक स्थल की मांग एक साल पहले के 76.9 लाख वर्ग फुट से बढ़कर 2023 में 83.7 लाख वर्ग फुट हो गई। चेन्नई में पट्टा दोगुने से ज्यादा होकर 38.1 लाख वर्ग फुट हो गया, जो 2022 में 15.8 लाख वर्ग फुट था।
मुंबई में यह बढ़कर 10.5 लाख वर्ग फुट हो गया जो 2022 में 30 हजार वर्ग फुट था। अहमदाबाद में औद्योगिक क्षेत्र का पट्टा बढ़कर सात लाख वर्ग फुट हो गया जो 2022 में चार लाख वर्ग फुट था। हालांकि, बेंगलुरु में यह 20 लाख वर्ग फुट से घटकर 2023 में 10 लाख वर्ग फुट रह गया। वहीं, राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र-दिल्ली में यह 10.6 लाख वर्ग फुट से मामूली घटकर 9.8 लाख वर्ग फुट रह गया।