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Diagnostic कंपनियां वित्त वर्ष 2025 में 10-11% राजस्व वृद्धि के लिए तैयार: क्रिसिल

राजस्व में अनुमानित वृद्धि वित्त वर्ष 2024 में अनुमानित 8 फीसदी की वृद्धि के कारण है।

Last Updated- April 11, 2024 | 10:41 PM IST
Diagnostic Companies

रेटिंग एजेंसी क्रिसिल के एक अध्ययन में कहा गया है कि वित्त वर्ष 2025 में डायग्नोस्टिक कंपनियों के राजस्व में 10-11 फीसदी की वृद्धि हो सकती है। रेटिंग एजेंसी ने कहा है कि मरीजों की संख्या बढ़ने और प्रति मरीज राजस्व में सुधार के कारण ऐसा होगा। राजस्व में अनुमानित वृद्धि वित्त वर्ष 2024 में अनुमानित 8 फीसदी की वृद्धि के कारण है।

रेटिंग एजेंसी ने कहा है, ‘बड़े और मझोले शहरों में स्थापित कंपनियों द्वारा भौगोलिक विस्तार से मरीजों की संख्या बढ़ेगी और हेल्थ पैकेज की बढ़ती मांग से प्रति मरीज अधिक कमाई भी होगी।’ छोटे शहरों की ओर कंपनियों के विस्तार के बारे में क्रिसिल रेटिंग्स की निदेशक पूनम उपाध्याय ने कहा कि मौजूदा डायग्नोस्टिक कंपनियों को ई फार्मा और अस्पताल श्रृंखला से जुड़ी लैब से मिल रही कड़ी प्रतिस्पर्धा के कारण महानगरों और शहरी केंद्रों में राजस्व में 55 फीसदी हिस्सेदारी रखने वाले नियमित जांच के स्थिर अवसर दिख रहे हैं।

उन्होंने कहा, ‘नतीजतन, वे अब बड़े, मझोले शहरों और कस्बाई इलाकों में विस्तार चाहते हैं और मात्रात्मक वृद्धि के लिए अपने ग्राहक आधार को भी बढ़ाना चाहते हैं। इन जगहों पर संग्रह केंद्रों में वृद्धि से मौजूदा जांच घरों का बेहतर उपयोग भी होगा।’

क्रिसिल का दृष्टिकोण है कि प्रीमियम वेलनेस पैकेजों में इजाफा होने से डायग्नोस्टिक कंपनियां वित्त वर्ष 2025 में स्थिर परिचालन मार्जिन बरकरार रख सकेंगी। इसमें प्रीवेंटिव हेल्थ चेकअप भी शामिल है। वैश्विक महामारी कोविड-19 के बाद से प्रीवेंटिव हेल्थ चेकअप को बढ़ावा मिला है। कंपनियों ने भी स्वास्थ्य जागरूकता पर नए सिरे से ध्यान केंद्रित किया है।

डायग्नोस्टिक कंपनियों ने प्रीवेंटिव हेल्थ चेकअप में विभिन्न आयु वर्ग के लोगों, जातियों, उपभोक्ता प्रोफाइल के लिए विभिन्न परीक्षणों को भी शामिल किया है। एजेंसी ने कहा, ‘इससे उन्हें प्रीमियम शुल्क लेने में मदद मिली है जिससे प्रति मरीज खर्च भी बढ़ा है। उल्लेखनीय है कि इस खंड की हिस्सेदारी वित्त वर्ष 2025 में करीब 22 से 23 फीसदी तक पहुंचने की उम्मीद है जो वित्त वर्ष 2024 में 18 से 20 फीसदी थी।’

उच्च मार्जिन वाले हेल्थ पैकेज की बढ़ती हिस्सेदारी के बारे में एजेंसी ने कहा कि ऐसे पैकेजों में कुल राजस्व का करीब एक चौथाई हिस्सा होने की उम्मीद है। इससे यह सुनिश्चित होगा कि ब्रांड का प्रचार व्यय जारी रहने पर भी इस वित्त वर्ष में परिचालन मार्जिन 24 से 25 फीसदी पर स्थिर रहेगा।

First Published - April 11, 2024 | 10:41 PM IST

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