लाल सागर में हूती बागियों के हमलों की वजह से अरबों डॉलर हैसियत वाला भारतीय वाहन कलपुर्जा उद्योग प्रभावित हो रहा है। कंटेनरों के डिलिवरी में लगने वाला समय दोगुना हो गया है। ऑटोमोटिव कंपोनेंट मैनुफैचरर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया (एसीएमए) ने गुरुवार को कहा कि सिंगापुर जैसे सक्षम बंदरगाहों पर काफी भीड़ बढ़ गई है और माल ढुलाई की दरों में भी तेजी देखी जा रही है क्योंकि जहाज अपनी सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए लंबे मार्ग का विकल्प अपना रहे हैं।
एसीएमए की महानिदेशक विन्नी मेहता ने गुरुवार को कहा, ‘कंटेनरों की डिलीवरी का समय बढ़ गया है और यह लगभग दोगुना या तिगुना हो गया है। व्यापार मार्ग इतना लंबा हो गया है कि जब आप लाल सागर को नजरअंदाज करते हो तब आपको दक्षिण अफ्रीका की ओर केप ऑफ गुड होप की तरफ जाना होता है ताकि यूरोप की तरफ बढ़ा जा सके। यूरोप में लगभग 33 फीसदी निर्यात होता है।’
भारत के वाहन कलपुर्जा उद्योग ने वर्ष 2023-24 में 21.2 अरब डॉलर का निर्यात करते हुए सालाना 5 फीसदी की वृद्धि दर्ज की।