खनन क्षेत्र की प्रमुख कंपनी वेदांत समूह के चेयरमैन अनिल अग्रवाल ने कहा है कि भारत को प्राकृतिक संसाधनों के लिए सर्वश्रेष्ठ भूविज्ञान प्राप्त है तथा भारत के भूमिगत संसाधनों से मूल्य प्राप्त करने में देश के उद्यमियों की क्षमता पर भरोसा करना ही विकसित भारत की कुंजी है।
उन्होंने कहा, ‘यह ऐसे साहसी और दूरदर्शी उद्यमियों की एक नई पीढ़ी को सामने लाने का हमारा समय है, जो जिम्मेदारी से संसाधनों की खोज और उनका दोहन करे, धरती माता का सम्मान करे तथा भारत की वृद्धि को बढ़ावा दे। यदि हम अभी कार्रवाई नहीं करते हैं, तो हम अपने भविष्य को सुरक्षित करने तथा दुनिया में संसाधन के मामले में भारत की अग्रणी स्थिति को मजबूत करने के इस सुनहरे अवसर को खो सकते हैं।’
प्राकृतिक संसाधनों में अपार संभावनाओं पर अग्रवाल ने कहा, ‘धरती के नीचे अपार संपदा है। भारत का भूविज्ञान दुनिया में सबसे अच्छा है, लेकिन हमारा 60 प्रतिशत आयात तेल और गैस, सोना, तांबा, हीरे आदि जैसे प्राकृतिक संसाधनों के कारण होता है।’