अफ्रीका में मंकीपॉक्स के प्रकोप के बीच भारतीय निर्यातक दम साध कर बैठे हैं, क्योंकि यह महाद्वीप घरेलू निर्यात के लिए एक महत्त्वपूर्ण बाजार है। निर्यातकों के अनुसार हालांकि कुछ देशों में इस बीमारी का सीमित प्रकोप है, लेकिन अगर यह और देशों में फैल गया तो यह एक चुनौती होगी।
फेडरेशन ऑफ इंडियन एक्सपोर्ट ऑर्गनाइजेशंस (फियो) के महानिदेशक अजय सहाय ने कहा, ‘अभी तक, इसका प्रकोप बहुत अधिक नहीं है, लेकिन संक्रमण को देखते हुए निर्यातक निश्चित रूप से चिंतित हैं। उम्मीद है कि यह नहीं फैलेगा।’
एक अन्य निर्यातक ने कहा कि अभी तक महाद्वीप में लॉकडाउन जैसी स्थिति नहीं है और इसलिए भुगतान में कोई देरी नहीं हो रही है। भारत के प्रमुख फुटवियर निर्यातक और चेन्नई स्थित फरीदा समूह के चेयरमैन रफीक अहमद ने कहा कि स्थिति चिंताजनक नहीं है, लेकिन ‘हम बीमारी के फैलने को लेकर चिंतित हैं।’
समूह के पास इथियोपिया में एक संयंत्र है। ग्लोब ट्रेड रिसर्च इनिशिएटिव (जीटीआरआई) के संस्थापक अजय श्रीवास्तव ने कहा कि कोविड-19 महामारी के विपरीत मौजूदा एमपॉक्स बीमारी में लॉकडाउन जैसे कठोर उपायों की जरूरत नहीं है। स्वास्थ्य मंत्रालय ने शनिवार को कहा कि भारत में मंकीपॉक्स का कोई मामला सामने नहीं आया है।