Jio layoffs: रिलायंस इंडस्ट्रीज कंपनी जियोस्टार (JioStar) लगभग 1,100 कर्मचारियों को कंपनी से निकालेगी। कंपनी ने यह फैसला वायाकॉम18 और वॉल्ट डिज्नी के नवंबर 2024 में हुए मर्जर के बाद ले रही है।
मिंट की रिपोर्ट के अनुसार, यह छंटनी प्रक्रिया एक महीने पहले शुरू हो चुकी है और जून 2025 तक जारी रहने की संभावना है। जियो मर्जर के बाद एक ही पोजीशन दोहराव को कम करने के उद्देश्य से यह कदम उठा रही है।
रिपोर्ट्स के मुताबिक, कंपनी की तरफ से यह छंटनी मुख्य रूप से मार्केटिंग, फाइनेंस, कमर्शियल और कानूनी सेक्टर जैसे कॉर्पोरेट विभागों में कर रही है।
वायाकॉम18 और डिज्नी की स्टार इंडिया का मर्जर हो चुका है। मर्जर के बाद बनी कंपनी का नाम जियोस्टार (JioStar) रखा गया है। यह भारत की सबसे बड़ी मीडिया और एंटरटेनमेंट कंपनी बन गई है। नई कंपनी अपने ऑपरेशंस को अधिक प्रभावी बनाने और गेम एवं ऑनलाइन स्ट्रीमिंग जैसे हाई ग्रोथ वाले सेक्टर्स पर फोकस करने की योजना बना रही है।
इंडस्ट्री के एक्सपर्ट्स ने मिंट को बताया, “जब दो बड़ी कंपनियों का मर्जर होता है, तो पोजिशंस पर दोहराव को कम करने के लिए छंटनी अनिवार्य हो जाती है। यह रिस्कंस्ट्रक्टिंग सोर्सिस को बेहतर ढंग से उपयोग करने और कंपनी को अधिक कुशल बनाने के लिए किया जा रहा है।”
जियोस्टार प्रभावित कर्मचारियों को ‘जेनरस सेवरेंस पैकेज’ दे रही है। इसमें कंपनी में नौकरी की अवधि के आधार पर 6 से 12 महीने की सैलरी दी जाएगी। जिन कर्मचारियों का कंपनी में एक साल पूरा हो गया है, उन्हें 1 महीने की सैलरी और 1 से 3 महीने का नोटिस पीरियड भी मिलेगा।
जियोस्टार का वैल्यूएशन ₹70,352 करोड़ है और इसका टारगेट नेटफ्लिक्स और अमेज़न प्राइम वीडियो जैसे स्ट्रीमिंग दिग्गजों को टक्कर देना और अपने टेलीविजन कारोबार को मजबूत करना है।
रिलायंस इंडस्ट्रीज की जियोस्टार में वायाकॉम18 और डायरेक्ट ओनरशिप के जरिए बहुमत हिस्सेदारी है, जबकि डिज्नी की 36.84% हिस्सेदारी है। निता अंबानी जियोस्टार की चेयरपर्सन और उदय शंकर वाइस-चेयरपर्सन हैं।