परामर्श सेवा, प्रौद्योगिकी और मानव संसाधन जैसे क्षेत्रों की चार बड़ी कंपनियों (बिग फोर) में शामिल केपीएमजी विभिन्न कारोबारी इकाइयों में अपनी वरिष्ठ नेतृत्व टीम का विस्तार कर रही है। सूत्रों ने बताया कि अगले कुछ महीनों में कंपनी की प्रमुख परियोजना प्रोजेक्ट हिमालय शुरू होने वाली है और उसी के लिए यह तैयारी की जा रही है।
प्रोजेक्ट हिमालय की घोषणा पिछले साल की गई थी। इसके तहत केपीएमजी ने अमेरिका, ब्रिटेन और भारत में अपनी इकाइयों में परामर्श, जोखिम और सलाहकार डिलिवरी क्षमताओं का विलय करने की योजना बनाई है। समझा जा रहा है इस पहल से भारत में केपीएमजी का परामर्श कारोबार बहुत बढ़ जाएगा।
सूत्रों ने कहा, ‘केपीएमजी ने भारत में अपना कारोबार बढ़ाने के लिए आक्रामक योजना बनाई है। अमेरिका, ब्रिटेन और भारत के लिए एकीकृत डिलीवरी क्षमता स्थापित करने के लिए उसके प्रोजेक्ट हिमालय का काम प्रगति पर दिख रहा है। यह परियोजना इसी साल चालू हो सकती है।’
फिलहाल कंपनी अपनी नेतृत्व टीम में कई नई भूमिकाएं तैयार कर रही है और मौजूदा पार्टनरों को उनके लिए नियुक्त कर रही है। केपीएमजी के पास फिलहाल करीब 600 पार्टनर हैं। नए बदलाव की कवायद पूरी होने पर 4 से 5 साल में इन पदों की संख्या करीब दोगुनी हो जाएगी। केपीएमजी इंडिया में अभी करीब 20,000 कर्मचारी हैं, जो बढ़कर 50,000 हो सकते हैं। विशेषज्ञ मानते हैं कि इससे केपीएमजी अन्य बिग फोर कंपनियों की ज्यादा बराबरी कर पाएगी।
पेशेवर सेवा क्षेत्र की इस कंपनी ने पिछले कुछ सप्ताह के दौरान कई पेशेवरों की नियुक्तियां की हैं। इसी क्रम में बीसीजी से हेमंत झाझरिया को परामर्श एवं वित्तीय सेवा कारोबार का प्रमुख बनाया गया है। कंपनी अपने प्रौद्योगिकी परामर्श कारोबार का नेतृत्व करने के लिए यूनिलीवर सिंगापुर से मनीष गुप्ता को लाई है। परामर्श इकाई का नेतृत्व करने के लिए वह बिग फोर में शामिल एक अन्य कंपनी के पेशेवर से बात कर रही है।
सूत्रों ने कहा कि यह टीम साथ मिलकर केपीएमजी के परामर्श कारोबार की वृद्धि के लिए रणनीति तैयार करेगी और उसे लागू करेगी। सूत्रों ने कहा, ‘केपीएमजी इस साल अपने परामर्श कारोबार में कई पार्टनर नियुक्त करने की आक्रामक योजना बना रही है।’
केपीएमजी ने अपनी मानव संसाधन (एचआर) इकाई का नेतृत्व टाटा समूह से आईं रीना वाही को सौंपा है। मौजूदा एचआर प्रमुख सुनीत सिन्हा एचआर कंसल्टिंग कारोबार की वृद्धि को गति देंगे। केपीएमजी से इस बारे में जानकारी के लिए सवाल पूछे गए। किंतु खबर लिखे जाने तक उसने कोई जवाब नहीं दिया।
भारत में केपीएमजी की स्थापना अगस्त 1993 में हुई थी। देश के 14 शहरों- अहमदाबाद, बेंगलूरु, चंडीगढ़, चेन्नई, गुरुग्राम, हैदराबाद, जयपुर, कोच्चि, कोलकाता, मुंबई, नोएडा, पुणे, वडोदरा और विजयवाड़ा- में उसके दफ्तर हैं।