महिंद्रा ऐंड ऐंड महिंद्रा (एमऐंडएम) में लॉजिस्टिक व्यवसाय के प्रमुख के इस्तीफे के बाद कंपनी ने सोमवार को अपने शीर्ष प्रबंधन में कई बदलावों की घोषणा की। इसमें कृषि व्यवसाय के प्रमुख को लॉजिस्टिक्स शाखा भेजा गया है जबकि टेक्नोलॉजी हेड को ऑटोमोटिव व्यवसाय की कमान सौंपी गई है। मौजूदा ऑटोमोटिव प्रमुख को कृषि उपकरण व्यवसाय का जिम्मा सौंपा गया है।
कंपनी के वरिष्ठ अधिकारियों के अनुसार, एग्री सॉल्युशंस और पावरोल व्यवसायों को जल्द ही फार्म इक्विपमेंट सेक्टर (एफईएस) से अलग कर दिया जाएगा और संभवतः उन्हें अलग इकाइयों के रूप में रखा जाएगा। एमडी और सीईओ के तौर पर रमेश रामचंद्रन के नेतृत्व में महिंद्रा एग्री सॉल्युशंस व्यवसाय किसानों को बीज से लेकर सिंचाई समाधान और कृषि संबंधित रसायनों की पेशकश करता है। संजय जैन के नेतृत्व में महिंद्रा पावरोल व्यवसाय जेनरेटरों के जरिये विद्युत उत्पादन के क्षेत्र में है। यह रिलायंस जियो, इंडस टावर्स आदि जैसी दूरसंचार कंपनियों के साथ मिलकर काम करता है।
देश के सबसे बड़े लॉजिस्टिक्स समाधान प्रदाताओं में से एक महिंद्रा लॉजिस्टिक्स लि. (एमएलएल) के एमडी और सीईओ राम स्वामीनाथन ने ‘अन्य पेशेवर दिलचस्पियों में सक्रिय होने’ के लिए इस्तीफा देने का फैसला किया है। इसके बाद एमऐंडएम ने अपने शीर्ष प्रबंधन के पुनर्गठन की योजना बनाई है। इसके तहत 22 अप्रैल से एफईएस के अध्यक्ष हेमंत सिक्का को अतिरिक्त निदेशक और एमएलएल के लिए एमडी और सीईओ के रूप में नियुक्त करना शामिल है। हेमंत 5 मई 2025 से एमडी और सीईओ का पद संभालेंगे।
राम जुलाई 2019 में सीईओ के रूप में महिंद्रा लॉजिस्टिक्स में शामिल हुए और अक्टूबर 2019 में उन्हें इसका सीईओ नियुक्त किया गया। इसके बाद फरवरी 2020 में एमडी और सीईओ के रूप में उनकी नियुक्ति हुई। एमऐंडएम ने एक बयान में कहा, ‘राम के नेतृत्व में एमएलएल भारत में एक प्रख्यात एकीकृत लॉजिस्टिक प्रदाता के तौर पर उभरी है। कोविड-19 महामारी की चुनौतियों के बावजूद कंपनी ने पिछले चार साल में अपना राजस्व दोगुना किया है।’
एमएलएल ने वित्त वर्ष 2024 में 5,506 करोड़ रुपये का राजस्व कमाया और वित्त वर्ष 2025 के 9 महीनों में उसका राजस्व सालाना आधार पर 11.8 फीसदी बढ़कर 4,535 करोड़ रुपये हो गया। 20 जुलाई 2025 को एमएलएल में राम का आखिरी दिन होगा। एमऐंडएम ने कहा कि हेमंत उनके ऐसे शीर्ष अधिकारियों में से एक हैं जिनके पास ‘रणनीतिक कौशल, परिचालन दक्षता, ग्राहक लगाव और जन नेतृत्व क्षमताओं का शक्तिशाली संयोजन’ है।
बिक्री के लिहाज से दुनिया में सबसे बड़ी कृषि ट्रैक्टर कंपनी के तौर पर महिंद्रा एफईएस का भारत में 43 फीसदी तक की घरेलू बाजार भागीदारी के साथ दबदबा है। कंपनी की अमेरिका, जापान, तुर्की, फिनलैंड और ब्राजील में मौजूदगी है और उसके प्रमुख ब्रांडों में महिंद्रा, स्वराज और एरकुंट शामिल हैं। सिक्का के कार्यकाल के दौरान ट्रैक्टर बाजार में भागीदारी 210 आधार अंक तक बढ़ गई और एफईएस का राजस्व 60 फीसदी जबकि मुनाफा दोगुना से ज्यादा बढ़ गया था।
एमऐंडएम ने कहा, ‘कंपनी में लगभग 25 वर्षों के करियर में हेमंत ने कई प्रमुख पदों पर काम किया है, जिसमें एएफएस के अध्यक्ष और चीफ परचेज ऑफीसर, सांगयोंग मोटर्स के लिए प्रमुख (खरीद) और महिंद्रा ऑटोमोटिव सेक्टर के विनिर्माण प्रमुख जैसी जिम्मेदारियां शामिल हैं।’