ऑयल से लेकर टेलीकॉम सेक्टर तक बिजनेस करने वाली देश की सबसे धनी कंपनियों में से एक रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड (RIL) के मुखिया मुकेश अंबानी (Mukesh Ambani) ने 7 सिस्टर्स यानी नॉर्थ ईस्ट के 7 राज्यों के लिए अपना खाजाना खोल दिया है। अंबानी ने शुक्रवार को ‘राइजिंग नॉर्थईस्ट इन्वेस्टर्स समिट’ में पूर्वोत्तर के राज्यों में ₹75,000 करोड़ का निवेश करने का ऐलान किया। कंपनी यहां 350 बायोगैस प्लांट लगाएगी, टेलीकॉम सर्विसेज का विस्तार करेगी, रिटेल नेटवर्क बढ़ाएगी और क्लीन एनर्जी प्रोजेक्ट्स पर काम करेगी।
इस समिट में बोलते हुए रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड के चेयरमैन और मैनेजिंग डायरेक्टर मुकेश अंबानी ने कहा कि रिलायंस ग्रुप पूर्वोत्तर क्षेत्र में हाई क्वालिटी वाले FMCG प्रोडक्ट्स के लिए फैक्ट्रियां लगाएगा और मणिपुर में एक 150 बिस्तरों वाला कैंसर अस्पताल स्थापित करेगा।
उन्होंने कहा, “पिछले 40 वर्षों में रिलायंस ने इस क्षेत्र में करीब ₹30,000 करोड़ का निवेश किया है। अगले पांच वर्षों में हम अपने निवेश को दोगुने से ज्यादा करेंगे और हमारा लक्ष्य 75,000 करोड़ रुपये है।” इस निवेश से 25 लाख से ज्यादा डायरेक्ट और इनडायरेक्ट रोजगार के अवसर उपलब्ध होंगे, क्योंकि यह ग्रुप पूर्वोत्तर के 4.5 करोड़ लोगों के जीवन को छूने की दिशा में काम कर रहा है।
अंबानी ने कहा कि वह अरुणाचल प्रदेश, असम, मणिपुर, मेघालय, मिजोरम, नागालैंड, सिक्किम और त्रिपुरा के मुख्यमंत्रियों से छह वादे कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि ग्रुप की टेलीकॉम यूनिट जियो (Jio) ने पहले ही 90% आबादी को कवर कर लिया है और इसके 50 लाख से ज्यादा 5G सब्सक्राइबर हैं।
उन्होंने कहा, “इस साल हम यह संख्या दोगुनी कर देंगे।” अंबानी ने कहा, “जियो की प्राथमिकता यह होगी कि वह आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) की क्रांतिकारी ताकत को हर स्कूल, अस्पताल, कारोबार और घर तक पहुंचाए।”
जब टैलेंट, टेक्नोलॉजी से और क्षमताएं कनेक्टिविटी से मिलती हैं, तब हमारा नॉर्थ-ईस्ट तेजी से आगे बढ़ता है।
अंबानी ने कहा कि रिलायंस रिटेल (Reliance Retail) किसानों की आय बढ़ाने के लिए अनाज, फल और सब्जियों की खरीद को बड़े पैमाने पर बढ़ाएगी। उन्होंने कहा, “हम इस क्षेत्र में हाई क्वालिटी वाले FMCG उत्पादों की फैक्ट्रियों में भी निवेश करेंगे और यहां की शानदार शिल्पकला आधारित अर्थव्यवस्था को बढ़ावा देंगे।”
क्लीन एनर्जी के सेक्टर में उन्होंने कहा कि रिलायंस पूर्वोत्तर में सौर ऊर्जा (Solar Energy) उत्पादन को बड़े स्तर पर बढ़ाने की योजना बना रही है, हालांकि उन्होंने इसके विवरण साझा नहीं किए।
अंबानी ने कहा कि कचरे को संपत्ति में बदलने की सोच के तहत रिलायंस इस क्षेत्र की बड़ी मात्रा में पड़ी ‘बेकार जमीन’ को ‘समृद्ध जमीन’ में बदलेगी। इसके लिए कंपनी यहां 350 इंटीग्रेटेड कंप्रेस्ड बायोगैस प्लांट लगाएगी, जो जैविक कचरे को गैस में बदलेंगे। यह गैस ट्रांसपोर्ट के लिए CNG के रूप में, उद्योगों में ईंधन के तौर पर और रसोई में खाना पकाने के लिए इस्तेमाल की जा सकेगी।
अंबानी ने कहा कि रिलायंस फाउंडेशन नॉर्थ ईस्ट में बेहतरीन कैंसर इलाज की सुविधा लेकर आएगी। उन्होंने कहा, “शुरुआत के तौर पर, हमने मणिपुर में 150 बिस्तरों वाला एक व्यापक कैंसर अस्पताल स्थापित किया है। हम मिजोरम यूनिवर्सिटी के साथ मिलकर जीनोमिक डेटा के जरिये ब्रेस्ट कैंसर के इलाज पर काम कर रहे हैं। गुवाहाटी में हमने एक अत्याधुनिक मॉलिक्यूलर डायग्नोस्टिक्स और रिसर्च लैब बनाई है। यह भारत की सबसे बड़ी जीनोम सीक्वेंसिंग क्षमताओं में से एक होगी।” “हम उत्तर-पूर्व को एक हेल्थकेयर हब और रिसर्च पावरहाउस में बदलने में मदद करेंगे।”
उत्तरी-पूर्वी भारत को विश्वस्तरीय खेल प्रतिभाओं का खजाना बताते हुए अंबानी ने कहा कि रिलायंस फाउंडेशन आठों राज्यों के साथ मिलकर ओलंपिक ट्रेनिंग सेंटर्स स्थापित करेगा, जो युवाओं को भविष्य में ओलंपिक पदक विजेता बनने के लिए तैयार करेंगे। उन्होंने कहा, “भारत की सबसे युवा आबादी वाले और सबसे तेज आर्थिक वृद्धि दर वाले इस क्षेत्र के सपनों को साकार करना रिलायंस के लिए गर्व की बात है।”
(PTI के इनपुट के साथ)