देश की सबसे बड़ी लिस्टेड कंपनी रिलायंस इंडस्ट्रीज़ (Reliance Industries) अब फंड जुटाने की तैयारी में है। कंपनी ने शेयर बाजार को दी गई जानकारी में बताया है कि उसकी अगली बोर्ड मीटिंग में इस पर फैसला लिया जाएगा। ये बैठक 25 अप्रैल 2025 को होनी है।
इस बैठक में कंपनी जनवरी से मार्च 2025 (Q4 FY25) तक की तिमाही नतीजों को मंजूरी देगी। साथ ही यह प्रस्ताव भी बोर्ड के सामने रखा जाएगा कि कंपनी सूचीबद्ध, सुरक्षित/असुरक्षित, रिडीमेबल नॉन-कनवर्टिबल डिबेंचर्स (NCDs) के ज़रिए, निजी रूप से, एक या एक से ज़्यादा हिस्सों में फंड जुटाए।
हालांकि अभी यह साफ नहीं है कि रिलायंस कितनी रकम जुटाना चाहती है। इस बारे में पूरी जानकारी अगले हफ्ते बोर्ड मीटिंग के बाद आने की उम्मीद है।
डिविडेंड का ऐलान भी संभव
इस बैठक में कंपनी के डिविडेंड यानी लाभांश को लेकर भी फैसला हो सकता है। बोर्ड इस पर विचार कर सकता है कि 31 मार्च 2025 को खत्म हुए वित्त वर्ष के लिए इक्विटी शेयरों पर डिविडेंड दिया जाए या नहीं। अगर ऐसा होता है तो ये FY25 का अंतिम डिविडेंड होगा।
ये डिविडेंड खास इसलिए भी हो सकता है क्योंकि यह अक्टूबर 2024 में हुए बोनस इश्यू के बाद पहला डिविडेंड होगा। उस समय कंपनी ने 1:1 के अनुपात में बोनस शेयर दिए थे, यानी हर 10 रुपये के एक शेयर पर एक और 10 रुपये का शेयर फ्री में दिया गया था।
फिलहाल कंपनी ने रिकॉर्ड डेट का ऐलान नहीं किया है।
शेयर और बाजार मूल्य
17 अप्रैल को रिलायंस का शेयर एनएसई पर 2.72% की बढ़त के साथ 1273 रुपये पर बंद हुआ। कंपनी का बाजार पूंजीकरण यानी मार्केट कैप 17.24 लाख करोड़ रुपये है, जो कि देश में सबसे ज़्यादा है। रिलायंस का डिविडेंड यील्ड 0.39% है।