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अगले 5 साल में भारत में 5G ग्राहकों की संख्या 2,000% से अधिक बढ़ने की संभावना: रिपोर्ट

भारत को 5G तकनीक का पूरी तरह से लाभ उठाने के लिए 2025 तक कम से कम 80 लाख स्किल्ड वर्कफोर्स तैयार करने की जरूरत है

Last Updated- June 14, 2023 | 6:07 PM IST
टेलीकॉम कंपनियों का मानना है कि...हाई बैंड स्पेक्ट्रम खोलना 5G के लिए नाकाफी, Opening up several high band spectrum not enough for 5G, say telcos

बुधवार को जारी एक रिपोर्ट में दिखाया गया है कि भारत में 5G ग्राहकों की संख्या 2028 के अंत तक 2,125 प्रतिशत बढ़कर 69 करोड़ हो जाने की उम्मीद है, जो 2022 में 3.1 करोड़ थी। यह देश में मोबाइल सब्सक्रिप्शन के कवरेज को 2022 में 77 प्रतिशत से आगे बढ़ाकर 2028 में 94 प्रतिशत कर देगा। वैश्विक 5G मोबाइल सब्सक्रिप्शन 2028 के अंत तक 500 करोड़ तक पहुंचने की उम्मीद है।

टीमलीज सर्विसेज द्वारा बुधवार को जारी “इंडियाज 5G रोलआउट: रिवॉल्यूशनाइजिंग द पीपुल सप्लाई चेन” रिपोर्ट में यह भी दिखाया गया है कि भारत को 5G तकनीक का पूरी तरह से लाभ उठाने के लिए 2025 तक कम से कम 80 लाख स्किल्ड वर्कफोर्स तैयार करने की जरूरत है।

रिपोर्ट के लिए सर्वेक्षण में शामिल 297 कंपनियों में से 80 प्रतिशत ने कहा कि सूचना प्रौद्योगिकी (आईटी) और बैंकिंग और वित्तीय सेवाओं (बीएफएसआई) को 5G से सबसे ज्यादा लाभ होगा। शिक्षा (48 प्रतिशत), गेमिंग (48 प्रतिशत), रिटेल और ई-कॉमर्स (46 प्रतिशत) अन्य उद्योग हैं जो 5G के कारण लाभ उठाएंगे।

रिपोर्ट में कहा गया है कि लगभग आधी भारतीय कंपनियों (46%) को उम्मीद है कि जब 5G तकनीक पेश की जाएगी तो बहुत सारी नई नौकरियां आएंगी। उन्हें लगता है कि 5G का उपयोग करने के पहले साल में रोजगार सृजन 61% से 80% के बीच हो सकता है।

अगले तीन सालों में सर्वे में शामिल 41% लोगों का मानना है कि नौकरी के अवसरों में 80% से ज्यादा की वृद्धि होगी। और अगले पांच वर्षों में सर्वेक्षण में शामिल 50% लोगों का मानना है कि नौकरी के अवसर 80% से 100% के बीच बढ़ जाएंगे।

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टीमलीज सर्विसेज के स्टाफिंग के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) कार्तिक नारायण ने कहा, 5G तकनीक की शुरुआत से प्रौद्योगिकी से संबंधित नौकरियों में 80% की बड़ी वृद्धि होने की उम्मीद है। दूरसंचार कंपनियां जो 5G का उपयोग करती हैं, विकास के लिए एक अच्छा अवसर प्रदान करेंगी। जैसे-जैसे ये कंपनियां अपने नेटवर्क को अपग्रेड करेंगी और इंटरनेट ऑफ थिंग्स, मोबाइल डिवाइस और नेटवर्क सुरक्षा जैसी चीजों के लिए 5G का उपयोग करेंगी, उन्हें विशेष नौकरियों के लिए अधिक लोगों को नियुक्त करने की आवश्यकता होगी। इसका मतलब है कि तकनीकी चीजों की व्याख्या करने वाले लेखकों, नेटवर्क पर काम करने वाले इंजीनियरों, एआई और मशीन लर्निंग के साथ काम करने वाले पेशेवरों, चीजों को आसान बनाने वाले डिजाइनरों, क्लाउड कंप्यूटिंग पर काम करने वाले इंजीनियरों, चीजों को सुरक्षित रखने वाले विशेषज्ञों जैसी भूमिकाओं के लिए नए अवसर होंगे।

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अधिकांश कंपनियां (88%) सोचती हैं कि 5जी तकनीक का अधिकतम लाभ उठाने के लिए लोगों को नई स्किल सीखने या पहले से सीखी स्किल में सुधार करने की जरूरत होगी। 5G युग में कई कंपनियों को जिन नौकरियों की सबसे ज्यादा जरूरत है, वे हैं: क्लाउड कंप्यूटिंग के साथ काम करने वाले लोग, ऑनलाइन चीजों को सुरक्षित रखने में विशेषज्ञ, और विशेषज्ञ जो डेटा के साथ काम कर सकते हैं और इससे महत्वपूर्ण जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।

“अनफोल्डिंग इंडियाज एरा ऑफ डिजिटल कन्वर्जेंस” नामक एक रिपोर्ट में कहा गया है कि 5G तकनीक भारत की अर्थव्यवस्था को बढ़ने में मदद करेगी। वर्ष 2030 तक, यह भारत के कुल सकल घरेलू उत्पाद (GDP) में लगभग 2% का योगदान कर सकता है। यह एक बड़ी रकम होगी, करीब 180 अरब डॉलर।

First Published - June 14, 2023 | 6:07 PM IST

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