facebookmetapixel
Test Post कैश हुआ आउट ऑफ फैशन! अक्टूबर में UPI से हुआ अब तक का सबसे बड़ा लेनदेनChhattisgarh Liquor Scam: पूर्व CM भूपेश बघेल के बेटे चैतन्य को ED ने किया गिरफ्तारFD में निवेश का प्लान? इन 12 बैंकों में मिल रहा 8.5% तक ब्याज; जानिए जुलाई 2025 के नए TDS नियमबाबा रामदेव की कंपनी ने बाजार में मचाई हलचल, 7 दिन में 17% चढ़ा शेयर; मिल रहे हैं 2 फ्री शेयरIndian Hotels share: Q1 में 19% बढ़ा मुनाफा, शेयर 2% चढ़ा; निवेश को लेकर ब्रोकरेज की क्या है राय?Reliance ने होम अप्लायंसेस कंपनी Kelvinator को खरीदा, सौदे की रकम का खुलासा नहींITR Filing 2025: ऑनलाइन ITR-2 फॉर्म जारी, प्री-फिल्ड डेटा के साथ उपलब्ध; जानें कौन कर सकता है फाइलWipro Share Price: Q1 रिजल्ट से बाजार खुश, लेकिन ब्रोकरेज सतर्क; क्या Wipro में निवेश सही रहेगा?Air India Plane Crash: कैप्टन ने ही बंद की फ्यूल सप्लाई? वॉयस रिकॉर्डिंग से हुआ खुलासाPharma Stock एक महीने में 34% चढ़ा, ब्रोकरेज बोले- बेचकर निकल जाएं, आ सकती है बड़ी गिरावट

Delhi-NCR में बिना बिके घरों की संख्या 23% घटी, 10 वर्षों में सबसे कम

Delhi-NCR में बिना बिके मकानों की संख्या गिरकर 94,803 इकाई रह गई है।

Last Updated- January 07, 2024 | 2:49 PM IST
Real estate investment trust

Unsold homes in Delhi-NCR: दिल्ली-राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (NCR) में 2023 के अंत में बिना बिके आवास की संख्या सालाना आधार पर 23 प्रतिशत गिर गई। रियल एस्टेट परामर्श कंपनी एनारॉक ने एक रिपोर्ट में यह जानकारी दी है।

94,803 घर ही उपलब्ध रह गए

एनारॉक के आंकड़े के अनुसार, दिल्ली-एनसीआर में बिना बिके मकानों की संख्या गिरकर 94,803 इकाई रह गई है। यह आंकड़ा पिछले एक दशक में सबसे कम है। 2022 के अंत में ऐसी 1,23,692 इकाई थी। पिछले 10 वर्षों में पहली बार 2023 के अंत यह संख्या एक लाख इकाई से नीचे आई है।

एनारॉक के वाइस चेयरमैन संतोष कुमार ने कहा कि 2023 में नई परियोजनाएं कम आने और बिक्री लेनदेन अधिक होने से बिना बिके घरों की संख्या में गिरावट आई है। दिल्ली-एनसीआर में पिछले साल ऐसे मकानों की बिक्री 65,625 इकाई रही, जबकि नए मकान की संख्या 36,735 इकाई रही।

Also read: टीसीएस, इन्फोसिस के तिमाही नतीजों, वैश्विक रुख से तय होगी शेयर बाजार की चाल : विश्लेषक

बिना बिके मकानों की संख्या मुंबई से बहुत कम

दिल्ली-एनसीआर में इस समय बिना बिके मकानों की संख्या मुंबई महानगर क्षेत्र (MMR) से बहुत कम है। MMR में बिना बिके मकानों की संख्या बढ़कर दो लाख इकाई से ज्यादा हो गई है। आंकड़ों के अनुसार, गुरुग्राम में बिना बिकी मकानों की संख्या 2023 के अंत में 27 प्रतिशत घटकर 37,575 इकाई रह गई, जो पिछले 2022 के अंत में 51,312 इकाई थी।

नोएडा में बिना बिके मकानों की संख्या पिछले साल के अंत से 15 प्रतिशत घटकर 8,658 इकाई हो गई, जो 2022 के अंत में 10,171 इकाई थी। ग्रेटर नोएडा में बिना बिके मकानों की संख्या 2022 के अंत में 26,096 इकाइयों से 28 प्रतिशत गिरकर 2023 के अंत में 18,825 इकाइयों पर आ गई।

गाजियाबाद में बिना बिके मकानों की संख्या 2022 में 15,475 इकाइयों से 19 प्रतिशत गिरकर 2023 में 12,546 इकाइयों पर आ गई। फरीदाबाद, दिल्ली, भिवाड़ी में संयुक्त रूप से बिना बिके मकानों की पिछले साल के अंत में 17,199 इकाई थी, जो 2022 के अंत में 20,638 इकाइयों से 17 प्रतिशत कम है।

First Published - January 7, 2024 | 2:49 PM IST (बिजनेस स्टैंडर्ड के स्टाफ ने इस रिपोर्ट की हेडलाइन और फोटो ही बदली है, बाकी खबर एक साझा समाचार स्रोत से बिना किसी बदलाव के प्रकाशित हुई है।)

संबंधित पोस्ट