मुंबई की रियल एस्टेट डेवलपर ओबेरॉय रियल्टी अपने सेगमेंट में शानदार प्रदर्शन करने वाली कंपनियों में से एक रही है और ज्यादातर ब्रोकर इस कंपनी के शेयर पर उत्साहित बने हुए हैं। कंपनी का शेयर भाव पिछले 12 महीने में 52 प्रतिशत चढ़ा है, जो प्रमुख सूचकांक के मुकाबले बड़ी तेजी है। वहीं इस अवधि के दौरान बीएसई का सेंसेक्स महज 6.5 प्रतिशत तक चढ़ा। हालांकि शेयर ने बीएसई रियल्टी इंडेक्स में काफी हद तक कमजोर प्रदर्शन किया है।
ओबेरॉय रियल्टी का शेयर सोमवार को 1,349.8 रुपये पर बंद हुआ, जो एक साल पहले 22 नवंबर, 2022 के 888.7 रुपये पर था। मंगलवार को इस शेयर में 4 प्रतिशत से ज्यादा की तेजी दर्ज की गई।
कंपनी द्वारा वित्त वर्ष 2024 की दूसरी तिमाही में अनुमान से बेहतर नतीजे पेश किए जाने के बाद उसके शेयर में तेजी आई है।
वित्त वर्ष 2024 की दूसरी तिमाही में कंपनी की समेकित शुद्ध बिक्री एक साल पहले के मुकाबले 76.8 प्रतिशत तक बढ़कर 1,217.4 करोड़ रुपये रही, जबकि शुद्ध लाभ सालाना आधार पर 43.4 प्रतिशत बढ़कर 456.8 करोड़ रुपये रहा। यही वजह है कि कंपनी का शेयर भाव वित्त वर्ष 2024 की दूसरी तिमाही नतीजों के बाद से 23 प्रतिशत ऊपर है, जो बीएसई रियल्टी इंडेक्स के मुकाबले बेहतर है।
बीएसई रियल्टी इंडेक्स ने समान अवधि के दौरान 18.4 प्रतिशत की तेजी दर्ज की। कंपनी ने 27 अक्टूबर को अपने सितंबर तिमाही के नतीजों की घोषणा की थी।
विश्लेषकों का मानना है कि कंपनी अपनी वृद्धि की रफ्तार बरकरार रखेगी और नई परियोजनाओं की मदद से मजबूत आय वृद्धि में लगातार सफल रहेगी।
एचडीएफसी सिक्योरिटीज के परीक्षित डी कंडपाल और मनोज रावत ने कंपनी के दूसरी तिमाही की परिणाम पूर्व समीक्षा में कहा, ‘360डब्ल्यू और मुलुंद परियोजनाओं में रेडी-टु-मूव-इन इन्वेंट्री से मजबूत नकदी प्रवाह के साथ साथ मुंबई महानगर क्षेत्र से बाहर नए व्यावसायिक विकास की उम्मीद को देखते हुए हम ओबरॉय रियल्टी पर मजबूत बने हुए हैं।’
मोतीलाल ओसवाल फाइनैंशियल सर्विसेज के प्रीतेश शेठ और सौरभ गिल्डा का कहना है, ‘ओबेरॉय रियल्टी ने वित्त वर्ष 2024 की दूसरी तिमाही में मजबूत परिचालन एवं मुनाफा दर्ज किया, जो हमारे अनुमानों से अधिक था। जहां नई परियोजनाओं का प्रवाह मजबूत बना हुआ है, वहीं हमने वित्त पोखरण सड़क परियोजना की पेशकश को वर्ष 2024 की चौथी तिमाही तक बढ़ाए जाने की वजह से वित्त वर्ष 2024 के लिए अपने बिक्री-पूर्व अनुमान में 14 प्रतिशत तक की कटौती की है। यह शेयर अपनी शुद्ध परिसंपत्ति वैल्यू (एनएवी) से 50 प्रतिशत ऊपर कारोबार कर रहा है और इस तेजी का ज्यादातर असर कीमतों पर दिख चुका है। इसलिए नई भूमि में निवेश इस शेयर के लिए एकमात्र सकारात्मक बदलाव साबित हो सकता है।’
मोतीलाल ओसवाल के अनुसार, ओबेरॉय रियल्टी के पास पर्याप्त भूखंड मौजूद है, इसलिए वह नई परियोजनाएं जोड़ने में ज्यादा आक्रामक नहीं होना चाहती है। कंपनी ने हाल में एनसीआर में प्रवेश किया है और गुड़गांव में एक लक्जरी आवासीय परियोजना के लिए 15 एकड़ की खरीदारी की है।
मोतीलाल ओसवाल के एक विश्लेषक का कहना है कि गुड़गांव परियोजना कर और अन्य खर्च को अलग रखकर करीब 5,000 करोड़ रुपये के सकल नकदी अधिशेष के साथ 9,000-10,000 करोड़ रुपये का राजस्व हासिल करने की क्षमता से संपन्न है।