भारत की डिफेंस और स्पेस सेक्टर की अग्रणी कंपनी पारस डिफेंस एंड स्पेस टेक्नोलॉजीज लिमिटेड ने शुक्रवार, 23 मई 2025 को इजरायल की कंपनी हेवन ड्रोन्स लिमिटेड के साथ एक जॉइंट वेंचर शुरू करने की घोषणा की। इस साझेदारी के तहत भारत में एक नई कंपनी बनाई जाएगी, जो डिफेंस और नागरिक सिविलियन यूज के लिए लॉजिस्टिक्स और कार्गो ड्रोन को डेवलप करने और उसका प्रोडक्शन करने पर काम करेगी। इस नई कंपनी का प्रस्तावित नाम पारस हेवन एडवांस्ड ड्रोन्स प्राइवेट लिमिटेड है, और इसे 1 लाख रुपये की अधिकृत पूंजी के साथ शुरू किया जाएगा।
इस जॉइंट वेंचर में पारस डिफेंस की हिस्सेदारी 51% होगी, जबकि हेवन ड्रोन्स के पास बाकी 49% हिस्सेदारी रहेगी। दोनों कंपनियां इस नई कंपनी के बोर्ड में बराबर प्रतिनिधित्व करेंगी, जिसमें प्रत्येक कंपनी के दो-दो डायरेक्ट शामिल होंगे। साथ ही, भविष्य में शेयर जारी करने के मामले में दोनों कंपनियों को पहले से तय अधिकार मिलेंगे। यह साझेदारी भारत सरकार की ‘मेक इन इंडिया’ पहल के हिसाब से है, जिसका लक्ष्य देश में स्वदेशी विनिर्माण को बढ़ावा देना है। इस कदम से भारत की ड्रोन टेक्नोलॉजी और प्रोडक्शन कैपेसिटी को नई ऊंचाइयों तक ले जाने की उम्मीद है।
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पारस डिफेंस ने साफ किया कि हेवन ड्रोन्स या उससे जुड़ी किसी भी कंपनी में उनकी कोई मौजूदा हिस्सेदारी नहीं है। साथ ही, यह समझौता किसी भी तरह से ‘रिलेटेड पार्टी ट्रांजेक्शन’ की श्रेणी में नहीं आता। इस साझेदारी का मकसद डिफेंस और सिविलियन यूज में ड्रोन आधारित समाधानों की बढ़ती मांग को पूरा करना है। खास तौर पर, यह नई कंपनी लॉजिस्टिक्स और कार्गो ड्रोन बनाएगी, जो सैन्य और गैर-सैन्य दोनों सैन्य में इस्तेमाल हो सकेंगे।
इस घोषणा के बाद पारस डिफेंस के शेयरों में कुछ सुधार देखा गया। शुक्रवार को BSE पर कंपनी के शेयर 1.23% की बढ़ोतरी के साथ 1637.10 रुपये पर बंद हुआ।